निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए :-
(क) कबीर ने ईश्वर भक्ति के विषय में किन धारणाओं का खंडन किया है और किस बात पर बल दिया है?
(ख) संसार में सच्चा संत कौन कहलाता है?
कवयित्री ललद्यद के अनुसार शिव किनमें वास नहीं करते हैं और क्यों?
(घ) कवयित्री ललद्यद का 'घर जाने की चाह' से क्या तात्पर्य है?
(ङ) कवि पक्षी बनकर कहाँ वास करना चाहते हैं।
Answers
Answer:
i hope it will help u.....
Explanation:
a part -
कबीर ने ईश्वर-प्राप्ति के प्रचलित विश्वासों का खंडन किया है। उनके अनुसार ईश्वर न मंदिर में है, न मस्जिद में; न काबा में हैं, न कैलाश आदि तीर्थ यात्रा में; वह न कर्म करने में मिलता है, न योग साधना से, न वैरागी बनने से। ... कबीर ने आडम्बर युक्त भक्ति करके ईश्वर प्राप्ति की इच्छा करना इन सभी प्रचलित मान्यताओं का खंडन किया है।
b part -
कबीर के अनुसार सच्चा संत वही कहलाता है जो साम्प्रदायिक भेदभाव, सांसारिक मोह माया से दूर, सभी स्तिथियों में समभाव (सुख दुःख, लाभ-हानि, ऊँच-नीच, अच्छा-बुरा) तथा निश्छल भाव से प्रभु भक्ति में लीन रहता है।
c part -
घर जाने की चाह'का तात्पर्य है-इस भवसागर से मुक्ति पाकर अपने प्रभु की शरण में जाना। वह परमात्मा की शरण को ही अपना वास्तविक घर मानती है।
d part -
वह पक्षी बनकर उसी कदंब के पेड़ पर बसेरा बनाना चाहता था, जहाँ कृष्ण रास रचाया करते थे। कवि ब्रज के वन, बाग और तड़ाग (तालाब) का सौंदर्य देखते रहना चाहता है।