निम्नलिखित परिच्छेद पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए, जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य में हों।
वार्तालाप की शिष्टता मनुष्य को आदर का भाजन बनाती है और समाज में उसकी एकलता के लिए रास्ता साफ कर देती है। मनुष्य का समाज पर जो प्रभाव पड़ता है, वह बहुत अंश में उसकी पोशाक और चाल-ढाल पर निर्भर रहता है, किंतु विष भरे कनक घटों की संसार में कभी नहीं है। यह प्रभाव ऊपरी होता है और पोशाक का मान जब तक भाषण से पुष्ट नहीं होता, तब तक स्थायी नहीं होता। मधुरभाषी के लिए कथनी और करनी का साम्य आवश्यक है, किंतु कर्म के लिए वचन पहली सीढ़ी है । मधुर वचन ही विश्वास उत्पन्न कर भय और आतंक का परिमार्जन कर देते हैं। कटु भाषी व्यक्ति से लोग हृदय खोल कर बात करने से डरते हैं। सामाजिक व्यवहार के लिए विचारों का आदान-प्रदान आवश्यक है और यह भाषा की शिष्टता और स्पष्टता के बिना प्राप्त नहीं होता। भाषा की सार्थकता इसी में है कि वह दूसरों पर यथेष्ट प्रभाव डाल सके। जब बुरे वचन आदमी को रुष्ट कर सकते हैं तो मधुर वचन दूसरे को प्रसन्न भी कर सकते हैं। शब्दों का जादू बड़ा जबरदस्त होता है।
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निम्नलिखित परिच्छेद पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए, जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य में हों।
वार्तालाप की शिष्टता मनुष्य को आदर का भाजन बनाती है और समाज में उसकी एकलता के लिए रास्ता साफ कर देती है। मनुष्य का समाज पर जो प्रभाव पड़ता है, वह बहुत अंश में उसकी पोशाक और चाल-ढाल पर निर्भर रहता है, किंतु विष भरे कनक घटों की संसार में कभी नहीं है। यह प्रभाव ऊपरी होता है और पोशाक का मान जब तक भाषण से पुष्ट नहीं होता, तब तक स्थायी नहीं होता। मधुरभाषी के लिए कथनी और करनी का साम्य आवश्यक है, किंतु कर्म के लिए वचन पहली सीढ़ी है । मधुर वचन ही विश्वास उत्पन्न कर भय और आतंक का परिमार्जन कर देते हैं। कटु भाषी व्यक्ति से लोग हृदय खोल कर बात करने से डरते हैं। सामाजिक व्यवहार के लिए विचारों का आदान-प्रदान आवश्यक है और यह भाषा की शिष्टता और स्पष्टता के बिना प्राप्त नहीं होता। भाषा की सार्थकता इसी में है कि वह दूसरों पर यथेष्ट प्रभाव डाल सके। जब बुरे वचन आदमी को रुष्ट कर सकते हैं तो मधुर वचन दूसरे को प्रसन्न भी कर सकते हैं। शब्दों का जादू बड़ा जबरदस्त होता है।
प्रश्न जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य में है:-
1. वार्तालाप की कौन सी चीज़ मनुष्य को आदर का भाजन बनाती है?
2. कैसे व्यक्तियों के लिए कथनी और करनी का साम्य आवश्यक है?
3. किंतु कर्म के लिए कौनसी चीज़ पहली सीढ़ी है?
4. कैसे व्यक्ति हृदय खोल कर बात करने से डरते हैं?
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