History, asked by maahira17, 11 months ago

निम्नलिखित पर एक लघु निबंध लिखिए (लगभग 250-300 शब्दों में) मुग़ल अभिजात वर्ग के विशिष्ट अभिलक्षण क्या थे? बादशाह के साथ उनके संबंध किस तरह बने।

Answers

Answered by nikitasingh79
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मुग़ल अभिजात वर्ग के विशिष्ट अभिलक्षण निम्नलिखित थे -  

  • मुग़ल अभिजात वर्ग को समाज के गुलदस्ते के रूप में वर्णित किया गया था। ये वफादारी के साथ बादशाह से जुड़े हुए होते थे। जब मुगल साम्राज्य का निर्माण हो रहा था ,उस समय भी तुरानी वाली ईरानी अभिजात वर्ग अकबर की शाही सेवा में शामिल थे।

  • भारतीय मूल के दो स्थानीय समूहों को 1560 ईसवी में शाही सेवा में प्रवेश हुआ । यह समूह राजपूतों तथा भारतीय मुसलमानों का था। अम्बेर का राजा भारमल कछवाहा इसमें नियुक्त होने वाला प्रथम भारतीय व्यक्ति था।

  • सभी मनसबदारों को जात एवं सवार के पद प्रदान किए जाते थे। ये संख्या विषयक पद होते थे। जात का अर्थ 'व्यक्तिगत' होता था । जात शाही पदानुक्रम में मनसबदार के पद और वेतन का सूचक था । सवार यह सूचित करता था के कितने घुड़सवार रखना अपेक्षित है।

  • अभिजात सैन्य अभियानों में अपनी सेनाओं का प्रतिनिधित्व करते थे तथा प्रांतों में वे साम्राज्य के अधिकारियों के रूप में अपनी सेवा देते थे। शाहजहां के शासनकाल में मुगल अभिजात वर्ग में ढक्कनी अभिजातों के रूप में एक नया दल सम्मिलित किया गया । अब्दुल हमीद लाहौरी द्वारा तैयार की गई अभिजातों की सूची में आठ ढक्कनी मुसलमानों अभिजातों का उल्लेख मिलता है।

  • मुगल अभिजात वर्ग के हिंदू अभिजातों में अधिकांश संख्या राजपूतों और मराठों की थी । औरंगजेब के शासनकाल के पहले आधे भाग में कुल अभिजात संख्या में राजपूत और मराठों के संख्या 21.6% थी, जो  उत्तरार्ध में बढ़कर 31.6 % हो गई। इस वृद्धि का प्रमुख कारण मराठों का मुगल अभिजात वर्ग में शामिल किया जाना था जिसके कारण मनसबदारी व्यवस्था में मराठों की संख्या राजपूतों की संख्या से अधिक हो गई।

  • अभिजात वर्ग के बादशाह के साथ मधुर संबंध हुआ करते थे । अभिजात वर्ग के सदस्यों के लिए शाही सेवा , शक्ति, धन तथा उच्चतम प्रतिष्ठा प्राप्त करने का एक माध्यम था।

बादशाह के साथ अभिजात वर्ग के  संबंध निम्न तरह बने :  

सेवा में आने की इच्छा रखने वाला व्यक्ति एक अभिजात के द्वारा याचिका देता था । यदि सेवा में आने वाले व्यक्ति को लायक़ माना जाता था तो उसे मनसब प्रदान किया जाता था । अभिजात वर्ग का एक सदस्य मीर बख्शी खुले दरबार में बादशाह के दाएं और खड़ा होता था । यह सभी वितरण अभिजात वर्ग के बादशाह के साथ करीबी संबंधों को दर्शाते हैं।  

आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।

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Answered by Anonymous
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Explanation:

उत्तर:

मुग़ल राज्य का महत्त्वपूर्ण स्तम्भ अधिकारियों का दल था जिसे इतिहासकारों ने सामूहिक रूप से अभिजात वर्ग की संज्ञा से अभिहित किया है।

  • मुगलों के अधिकारी-वर्ग को गुलदस्ते के रूप में वर्णित किया जाता था जो वफ़ादारी से बादशाह के साथ जुड़े हुए थे।

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