History, asked by maahira17, 8 months ago

निम्नलिखित पर एक लघु निबंध लिखिए (लगभग 250 से 300 शब्दों में) नए शहरों में सामाजिक संबंध किस हद तक बदल गए?

Answers

Answered by nikitasingh79
2

नए शहरों में सामाजिक संबंधों में निम्नलिखित हद तक बदल गए :  

(1) यातायात के विकसित साधन :  

नए शहरों के विकास से यातायात के लिए घोड़ा गाड़ी जैसे साधनों का विकास संभव हुआ।

इसके बाद ट्र्मों और बसों के आने से लोग शहर के केंद्र से दूर जाकर अन्य स्थान पर बसने लगे। इससे समय के साथ-साथ कार्य-स्थल और निवास स्थान एक दूसरे से दूर होने लगे। घर से दफ्तर या फैक्ट्री जाना आसान हो गया।

सार्वजनिक स्थानों का विकास होने लगा, पुराने शहरों का आपसी समन्वय कम होने लगा । नए शहरों के उदय से यहां टाउन हॉल ,सार्वजनिक पार्क, रंगशालाएं और बीसवीं शताब्दी में सिनेमा हॉलों के बनने से लोगों को मेल मिलाप के लिए नई जगह और नए अवसर उपलब्ध  होने लगे।

(2) मध्यम वर्ग का विकास :  

सभी वर्गों के लोग शहरों की ओर उन्मुख होने लगे। यहां शिक्षकों, क्लर्कों,  वकीलों, डॉक्टरों, इंजीनियरों तथा अकाउंटेंट्स की मांग बढ़ रही थी। इसके फलस्वरूप मध्यम वर्ग का विकास हुआ। इसके पास स्कूल, कॉलेज , लाइब्रेरी जैसे नए शिक्षण संस्थानों की अच्छी पहुंच होने लगी।

 

(3) महिलाओं की स्थिति में परिवर्तन :  

शहरों में स्त्रियों को नए अवसर मिल रहे थे। अब वे पुस्तकों, पत्र-पत्रिकाओं तथा आत्म कथाओं के द्वारा स्वयं की अभिव्यक्ति दे रही थी। हालांकि रूढ़ीवादी परंपरागत कानून कायदों की परिवर्तित स्थिति से भय रखते थे और उसे सदियों पुरानी भूमिका में देखना चाहते थे, लेकिन समय के साथ सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं की उपस्थिति बढ़ने लगी।

(4) मेहनतकश गरीबों  या कामगारों की वृद्धि :  

ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब लोग रोजगार की तलाश में शहरों की ओर आकर्षित होने लगे और कुछ लोग शहर को नए अवसरों के स्रोत समझ रहे थे और कुछ यहां की भी जीवन शैली से प्रभावित थे उनके लिए यह एक ऐसी चीज जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखी थी पूर्णविराम इसके इससे शहरों में मेहनतकश गरीबों तथा काम कारों का एक नया वर्क सामने आया संबंधित है तथा गरीबी एक साथ देखे गए जिसमें सामाजिक परिवर्तन से समाज को स्थापित करने में सहायता मिली

आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।

इस पाठ  (औपनिवेशिक शहर ) के सभी प्रश्न उत्तर :  

https://brainly.in/question/15465723#

इस पाठ से संबंधित कुछ और प्रश्न :

निम्नलिखित पर एक लघु निबंध लिखिए (लगभग 250 से 300 शब्दों में) उन्नीसवीं सदी में नगर-नियोजन को प्रभावित करने वाली चिंताएँ कौन सी थीं?

https://brainly.in/question/15473799#

निम्नलिखित पर एक लघु निबंध लिखिए (लगभग 250 से 300 शब्दों में) औपनिवेशिक शहर में सामने आने वाले नए तरह के सार्वजनिक स्थान कौन से थे? उनके क्या उद्देश्य थे?  

https://brainly.in/question/15473363#

Answered by Anonymous
157

Answer:

 \:  \:

Explanation:

QÜËẞTÏÖÑ

प्रश्न 

नए शहरों में सामाजिक संबंध किस हद तक बदल गए? ।

उत्तर: 

_______________________________

ÃÑẞWĒR

नए शहरों के विकास ने सामाजिक संबंधों को अनेक रूपों में प्रभावित किया। नए शहरों का वातावरण अनेक रूपों में पुराने शहरों के वातावरण से भिन्न था। पुराने शहरों में विद्यमान सामंजस्य एवं जान-पहचान का नए शहरों में अभाव था। इन शहरों में लोग अत्यधिक व्यस्त रहते थे और यहाँ जीवन सदैव दौड़ता-भागता-सा प्रतीत होता था। इन शहरों में यदि एक ओर अत्यधि क संपन्नता थी तो दूसरी ओर अत्यधिक दरिद्रता। यहाँ अत्यधिक धनी व्यक्ति भी रहते थे और अत्यधिक दरिद्र व्यक्ति भी। परिणामस्वरूप लोगों का परस्पर मिलना-जुलना सीमित हो गया। किन्तु नए शहरों में टाउन हॉल, सार्वजनिक पार्को और बीसवीं शताब्दी में सिनेमा हॉलों जैसे सार्वजनिक स्थानों के निर्माण से शहरों में भी लोगों को परस्पर मिलने-जुलने के अवसर उपलब्ध होने लगे थे।

शहरों में नवीन सामाजिक समूह विकसित हो जाने के परिणामस्वरूप पुरानी पहचानें अपना महत्त्व खाने लगीं। लगभग सभी वर्गों के सम्पन्न लोग शहरों की तरफ उमड़ने लगे। नए-नए व्यवसायों के विकसित होने के कारण शहरों में क्लर्को, शिक्षकों, वकीलों, डॉक्टरों, इंजीनियरों और अकाउंटेंट्स आदि की माँग में निरन्तर वृद्धि होने लगी। इस प्रकार मध्यवर्ग’ का विस्तार होने लगा। यह वर्ग बौद्धिक एवं आर्थिक दृष्टि से सम्पन्न वर्ग था। इस वर्ग के लोगों की स्कूलों, कॉलेजों एवं पुस्तकालयों जैसे नए शिक्षा संस्थानों तक पहुँच थी। शिक्षित होने के कारण उनका समाज में महत्त्व बढ़ने लगा। वे अख़बारों, पत्रिकाओं एवं सार्वजनिक सभाओं में अपनी राय व्यक्त करने लगे। इस प्रकार, बहस एवं चर्चा का एक नया सार्वजनिक दायरा विकसित होने लगा। सामान्य जागरूकता का विकास होने लगा और सामाजिक रीति-रिवाजों, कायदे-कानूनों एवं तौर-तरीकों की उपयोगिता पर अनेक प्रश्नचिह्न लगाए जाने लगे।

Similar questions