Hindi, asked by ashutozra567, 10 months ago

निम्नलिखित परियोजना पर लिखे:-

प्रिंट माध्यम : समाचार, संपादकीय, फीचर (अपने निकट के जीवन संदर्भो से जुड़कर इन विधाओं में लेखन करना)

इंटरनेट : इंटरनेट का परिचय और वेब की दुनिया में हिन्दी की जानकारी/पुस्तकालय और समाचार पत्र द्वारा प्राप्त ज्ञान।

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Answered by bhatiamona
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Answer:

समाचार - ताजा तरीन एवं नवीनतम घटनाओं को एकत्रित कर सूचना के रूप में श्रोताओं या दर्शकों या आम जनता तक पहुंचाने की एक विधा है। समाचार को पहुंचाने के कई माध्यम हो सकते हैं, जैसे समाचार पत्र, रेडियो, टीवी, इंटरनेट, पत्रिकाएँ  आदि। समाचार वो सामयिक सूचना है जो जनता के मुद्दों से जुड़ी होती है और जनता इसको जानने के लिए उत्सुक होती है।

संपादकीय—संपादकीय किसी पत्र पत्रिका के संपादक द्वारा किया जाने वाला  किसी विषय-विशेष के बारे में किया जाने वाला समीक्षात्मक विवेचन है जो किसी पत्र-पत्रिका का संपादक अपने अंक में नियमित रूप से लिखता है। संपादकीय किसी सम-सामयिक घटना पर आधारित हो सकता है या संपादक अपने विचार प्रस्तुत कर सकता है। संपादकीय की विषय वस्तु पत्र-पत्रिका की मूल प्रकृति का प्रतिनिधित्व करती है।

फिचर- फीचर लेखन की प्रक्रिया है जिसके माध्यम से किसी घटना या विषय का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया जाता है और उस घटना या विषय को जनता तक पहुंचाया जाता है। फीचर लेखन में पात्र की भूमिका मुख्य होती है और पूरे फीचर लेखन का केंद्र बिंदु वह पात्र ही होता है उसके इर्दगिर्द ही सारा घटनाक्रम घूमता है। वह पात्र इस फीचर लेखन में सजीव होता है, चलायमान होता है। फीचर लेखन की शैली आकर्षण होती है जो लोगों को उससे बांधे रखती है। जहां समाचार कई बंधनों में बंधा होता है। वहीं फीचर लेखन स्वतंत्रता लिए होता है। फीचर लेखन में कई चरण होते हैं।

इंटरनेट — आज के संचार के इस युग में जब तकनीकी क्रांति हुई तो इंटरनेट तकनीकी क्रांति का सबसे महत्वपूर्ण और सशक्त माध्यम बनकर उभरा है। इंटरनेट आज सूचनाओं के आदान-प्रदान का सबसे सुलभ और तीव्र साधन बन चुका है। मानव के जीवन में इंटरनेट ने अपनी गहरी पैठ बना ली है। आज बिना इंटरनेट के कोई भी कार्य संभव नहीं है। इंटरनेट की फुलफार्म है इंटरकनेक्टेड नेटवर्क। एक एक ग्लोबल नेटवर्क है जो पूरे विश्व में व्यापक स्तर पर फैला है। विश्व में आधिकारिक रूप से इंटरनेट की शुरुआत 1 जनवरी 1983 से हुई और भारत में इंटरनेट की शुरुआत 14 अगस्त 1995 से हुई थी।

इंटरनेट पर हिंदी — शुरू में तो इंटरनेट पर अंग्रेजी भाषा का ही आधिपत्य था जैसे-जैसे इंटरनेट अपने विकास के क्रम में आगे बढ़ता गया अन्य भाषाओं को भी इंटरनेट पर महत्व मिलना शुरू हो गया। हिंदी भी उनमें से एक भाषा है। आज हिंदी इंटरनेट पर तेजी से बढ़ने वाली भाषाओं में सबसे अग्रणी है। पूरी तरह हिंदी पर आधारित हिंदी का सबसे पहला वेब पोर्टल सन 2000 में आरंभ हुआ था। तब से लेकर अब तक हिंदी के हजारों वेब पोर्टल हैं और हिंदी ने तेज गति से अपनी रफ्तार पकड़ी है। अनेकों हिंदी की पत्रिकाएं इंटरनेट पर प्रकाशित होती हैं। सैकड़ों हजारों ब्लॉग लिखे जाते हैं। हर हिंदी समाचार पत्र की हिंदी में वेबसाइट है। उसी तरह हर हिंदी समाचार टीवी चैनल की भी वेबसाइट इंटरनेट पर उपलब्ध है। आने वाले समय में हिंदी इंटरनेट पर अंग्रेजी भाषा को भी पछाड़ सकती है इसमें कोई संशय नहीं।

Answered by dr08112001
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Explanation:

अपने निकट के जीवन संदर्भो से जुड़कर इन विधाओं में लेखन करना

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