Chemistry, asked by keshavprajapati5380, 9 months ago

निम्नलिखित पदों से आप क्या समझते हैं?
(i) हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था, (ii) हाइड्रोजनीकरण, (iii) सिन्गैस, (iv) भाप अंगार गैस सृति अभिक्रिया तथा (v) ईंधन सेल।

Answers

Answered by sarithavasa35
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Answer:

actually I don't know Hindi and also I am weak in chemistry sorry

Answered by Dhruv4886
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निम्नलिखित पदों से हम जो समझते हैं वो बर्णन किया गया है -  

(i) हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था –  

• हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था से हम समझते है ऊर्जा का द्रव हाइड्रोजन अथबा गैसीय हाइड्रोजन के रूप में अभिगमन तथा भण्डारण।

• सर्बाधिक प्रयुक्त होनेवाले ईंधन पेट्रोलियम और कोयला बोहोत तेजी से ख़तम हो रहे है और भविष्य में उद्योग और परिबहन जैसे काम के लिए बिलकल्प है हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था।  

• हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था का मुख्य लाभ है – ऊर्जा के संरचन हाइड्रोजन के रूप में होते है।

(ii) हाइड्रोजनीकरण –  

• उत्प्रेरक के उपस्थिति में हाइड्रोजन संयोग द्वारा असंपृक्त यौग से संपृक्त यौग बनाने की अभिक्रिया को हाइड्रोजनीकरण कहा जाता है।  

• वनष्पति तेल से वनष्पति घी बनाने के लिए हाइड्रोजनीकरण पद्धति का इस्तेमाल किया जाता है।

वनष्पति तेल + H2 ---473K/H2-------> वनष्पति घी

(iii) सिन्गैस –  

• कार्बन मोनोऑक्साइड और डायहाइड्रोजन का मिश्रण को सिन्गैस कहा जाता है।

• मेथनॉल के संश्लेशन के लिए सिन्गैस का उपयोग किया जाता है।

(iv) भाप अंगार गैस सृति अभिक्रिया तथा –  

• आयरन क्रोमेट उत्प्रेरक के उपस्थिति में सिन्गैस की कार्बन मोनोऑक्साइड के साथ भाप की अभिक्रिया से डायहाइड्रोजन की उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। इस अभिक्रिया को भाप अंगार गैस सृति अभिक्रिया कहा जाता है

(v) ईंधन सेल –  

• जो युक्ति ईंधन की रासायनिक ऊर्जा को बिद्युत ऊर्जा में बदल देता है, उसे ईंधन सेल कहते है।

• ईंधन सेल में बिद्युत उत्पादन के लिए डाईहाइड्रोजन का उपयोग होता है।

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