निम्नलिखित पठित गद्यांश को पढ़कर सही उत्तर लिखिए ।
काका कालेलकर ने नदियों को लोक माता कहा है किन्तु माता बनने से पहले यदि हम उन्हें बेटियों के रूप में देख लें तो क्या हर्ज है ? एक दिन मेरी ऐसी भावना हुई थी की - तिब्बत की बात है | मन उचट गया था , तबीयत ढीली था । सतलज के किनारे बैठ गया । दोपहर का समय था । पैर लटका लिया पानी में । थोड़ी ही देर में उस प्रगतिशील जल ने असर डाला । तन और मन ताज़ा हो गया ।
( i ) पाठ और लेखक का नाम लिखिए ।
( ii ) काका कालेलकर ने नदियों को क्या कहा है ?
( iii ) लेखक की तबीयत कैसी थी ? ( iv ) लेखक किस नदी के किनारे बैठ गया ?
( v ) नदी के पानी ने लेखक पर क्या असर डाला ?
Answers
Answered by
12
Answer:
1) काका कालेलकर
2) लोक माता
3) लेखक का मन उचट रहा था।
4) लेखक सतलज के किनारे बैठा था।
5) लेखक का मन और तन दोनों तरोताज़ा हो गए।
Answered by
3
Answer:
- kaka kalelakkar;Paani ka asar
- lok mata
- lekhak ki tabiyad dhali hui si thi
- lekhak dopahar ke samay satluj nadi ke kinare bathe the
- usse nadi ke paani ne lekhak ke tan aur maan ko taaza kar dia
Explanation:
Similar questions