Hindi, asked by subratakolay1, 6 months ago

निम्नलिखित पद्यांश का भावार्थ लिखिए।

"आविष्कारों की कृतियों में यदि मानव का प्यार नहीं है,
सृजनहीन विज्ञान व्यर्थ है प्राण का उपकार नहीं है,
भौतिकता के उत्थानों में जीवन का उत्थान न भूलें!!"

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std-9th ssc hindi
please give answer fast.
dont't give silly answers if the answer is correct then i will marked you as brainlillest.

(if any one have digest he/she also can send picture of this question)

Answers

Answered by anupama1568
25

आविष्कार मतलब सिर्फ कृतियां या कुर्ती नहीं तो यदि मानव का प्यार सिर्फ यही मतलब नहीं है आविष्कार मतलब यही है कि जो हम आविष्कार करते हैं उसे आविष्कार बोलते हैं पर हमारे लिए तो आविष्कार का मतलब ही कुर्ती और मानव का प्यार यही है पर यह भी एक तरफ से मतलब ही है मानव का प्यार नहीं है यह वाक्य सही है सब कोई भी आविष्कार हो उससे मानव क्या प्यार ही माना जाता है ऐसा नहीं है एक एक दुर्जन हीन विज्ञान से भी जुड़े हुए होते हैं सुरजन हिना विज्ञान यू व्यर्थ है विज्ञान एक एक बार व्यर्थ हो जाता है पर हमेशा विज्ञान व्यर्थ नहीं होता किसी को पुकार नहीं होता या किसी को उपकार होता है अब क्या करें वहीं विज्ञान का यही मतलब है की सूजन को पाने वाले विज्ञान ही सूजनविज्ञान होते हैं यदि वह सृजन ही है तो उसे सृजन ही विज्ञान बोलते हैं पर वह फ्रेंड का उपकार नहीं है कि हम सुरजन हीन विज्ञान ही उपकार ही नहीं है तो सूजन विज्ञान ही उपकार है हम सभी को प्रेम देते हैं कि हम ऐसा करेंगे ऐसा करेंगे पर फ्रेंड देना उपकार भी नहीं है भूतकाल के अर्थों में हमारे जीवन का उस्ता ना भूले यह वाक्य हमें अपने जीवन में कैसे रहना चाहिए यह छोटा सा व्यक्ति हो कर भी हमें एक बहुत ही बड़ा उत्तर दे जाता है

I hope it will help you if it correct follow me and like the answer and mark me brainlest

Answered by harshtm20comp
1

Explanation:

100% correct answers

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