निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के लिए उचित विकल्प चनिु ए। (1×5=5)
भोर हुई पेड़ों की बीन बोलनेलगी,
पात-पात हिले, डाल-डाल डोलनेलगी।
कहीं दरू किरणों के तार झनझना उठे,
सपनों के स्वर डूबेधरती के गान में।
लाखों-ही-लाख दिए तारों के खो गए,
परबू के अधरों की हलकी मस्ुकान में।
कुछ ऐसेपरबू के गाँव की हवा चली,
खपरैलों की दनिु या आखँ खोलनेलगी।
जमेहुए धएु ँ-सी पहाड़ी हैदरू की,
काजल की रेख-सी कतार हैखजरू की।
सोनेका कलम लिए ऊषा चली आ रही,
माथेपर दमक रही आभा सिदं रू की।
(क) पेड़ों के पत्तेहिलनेऔर किरणेंफूटनेका क्या कारण है?
(i) हवा चलनेके कारण (ii) भोर होनेके कारण। (iii) रात होनेके कारण (iv) दोपहर होनेके
कारण
(ख) काव्यांश के अनसार ु प्रात:काल होतेही किसकी दिनचर्याआरम्भ होती है?
(i) सनिै क की (ii) पजार ु ी की। (iii) किसान की (iv) मजदरू की
(ग) सोनेका कलश लिए कौन चली आ रही है?
(i) बालिका (ii) महिला। (iii) निशा (iv) ऊषा
(घ) 'काव्यांश मेंकिस समय का वर्णनर्ण है?
(i) प्रभात की बेला का (ii) दोपहर की बेला का। (iii) संध्या की बेला का (iv) रात्रि की बेला का
(ङ) 'परबू ' शब्द का उचित तत्सम रूप होगा-
(i) परवु (ii) पर्बू ।र्ब (iii) पर्वू ( र्व iv) पर्वु र्व
Answers
Answered by
0
Answer:
सपनों के स्वर डूबेधरती के गान में।
Similar questions