निम्नलिखित पद्याशों को पढ़कर उनसे संबंधित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
सामने है घुप्प अँधेरा
और मैं सूरज नहीं हूँ
क्या इसी अहसास में जिऊँ?
या जैसा भी हूँ नन्हा-सा
इक दीया तो हूँ
क्यों न उसी की उजास में जिऊ।
प्रश्न के उत्तर दिजीए :-
(क) 'घुप्प' के पर्यायवाची लिखिए।
(ख) सूरज न होने पर भी कवि निराश क्यों नहीं है?
(ग) कवि अपने-आप को दीया क्यों कहता है?
(घ) इस कविता का संदेश स्पष्ट कीजिए।
(ङ) इस कविता का एक उचित शीर्षक दीजिए।
Please give the answer of each question will mark you as brainleist if you did so and the answer given should also be correct
Answers
Answered by
4
Answer:
I dont know plz mark me as brilliant answer
Answered by
2
Answer:
Information can be thought of as the resolution of uncertainty; it is that which answers the question of "What an entity is" and thus defines both its essence and the nature of its characteristics. The concept of information has different meanings in different contexts.
Similar questions