Hindi, asked by muneshvish9, 1 month ago

निम्नलिखित पद्यांश की संदर्भ प्रसंग सा
10
(क) बिका दिया घर द्वार,
महाजन ने न ब्याज की कौड़ी छोड़ी,
रह-रह आँखों में चुभती वह,
कुर्क हुई बरधों की जोड़ी!
उजरी उसके सिवा किसे कब
पास दुहाने आने देती?
अह, आँखों में नाचा करती,
उजड़ गई जो सुख की खेती!​

Answers

Answered by sonisiddhant039
18

Answer:

ye lo I think itna kaphi hoga or pasandh aaye to like kar Dena

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Answered by ankit87788372
3

Answer:

सा

10

(क) बिका दिया घर द्वार,

महाजन ने न ब्याज की कौड़ी छोड़ी,

रह-रह आँखों में चुभती वह,

कुर्क हुई बरधों की जोड़ी!

उजरी उसके सिवा किसे कब

पास दुहाने आने देती?

अह, आँखों में नाचा करती,

उजड़ गई जो सुख की खेती!

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