निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए और काव्यगत सौन्दर्य स्पष्ट कीजिए—
रहिमन ओछे नरन ते, तजौ बैर अरु प्रीति ।
काटे-चाटे स्वान के, दुहूँ भाँति बिपरीति ।।
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dyufhuvvjuyyydtyuujj
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fjudggjk hhdgjjgjjj
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