निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए और काव्यगत सौन्दर्य स्पष्ट कीजिए–
मैं देख रहा हूँ तुम इनको फिर भूल चले
बातों-बातों में हमें बहुत बहलाते हो,
बेबसी चीखती जब बच्चों की लाशों पर
उसको आजादी की प्रतिध्वनि बतलाते हो ।
यों खेल करोगे तुम कब तक असहायों से
कब तक अफीम आशा की हमें खिलाओगे,
बरबाद हो गयी फसल कहीं जोती बोयी
क्या बैठ अकेले ही मरघट पर गाओगे ?
विश्वास सर्वहारा का तुमने खोया तो
आसन्न मौत की गहन गोंस गड़ जायेगी ।
यदि बाँध बाँधने के पहले जल सूख गया
धरती की छाती में दरार पड़ जायेगी ।
सदियों की कुर्बानी यदि यों बेमोल बिकी
जमुहाई लेने में खो गया सबेरा यदि,
जनता पूर्णिमा मनाने की जब तक सोचे
घिर गया अमावस का अम्बर में घेरा यदि ।
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Mujhe Hindi nahi Pata any other language please
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