निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प छाँटकर दीजिए
उड गया अचानक लोग भूधर
फड़का अपार पारद क पार।
रव शेष रह गए है निर्भर
है टूट पड़ान पर अबर/,
अस गएर धरा में सभयशाला
जट रखा जुआँ जल गया ताल।
या जलद यान में विचर विचट
था इंद्र खाता इंद्रजाल/
(क) कवि ने क्या बाकी रह जाने की बात इन पंक्तियों में कही है?
(अ) वर्षा का जल
(ब) घने बादल
(स) अरनों का सौंदर्य
(द) अरनों की आवाज
(ख) ऊपर अंदर टूट पड़ने का अर्थ है-
(अ) बादल फटना
(ब) पहाड़ गिरजाना
(स) बहुत तेज वर्षा होना
(द) बिजली गिरना
(ग) इस पद्यांश में इंद्रजाल किसे कहा गया है?
(अ) गोलाकार में फैले पर्वतों को
(ब) पर्वतीय क्षेत्र के अलौकिक सौंदर्य को
(स) दर्पण रूपी तालाब को
(द) आकाश को छूत वृक्षों की
(घ) इस पद्यांश के कवि और कविता का नाम है-
(अ) पर्वत प्रदेश में पावस कैफी आज़मी
(ब) कर चले हम फिदा - सुनित्रा नंदन पंत
(स) पर्वत प्रदेश में पावस सुमित्रा नंदन पंत
(द) पर्वत प्रदेश में पावस-कैफी आज़मी
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The seagull didn't have the courage to fly . Hence, he used to make excuses for not flying. He felt certain that his wings were to weak to support him. That's why he was exhausted by the strange excersise
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