Hindi, asked by jitendrakmrm84, 2 months ago

निम्नलिखित पद्यांश में प्रयुक्त अलंकार का नाम लिखें-
(झ) रूपक अथवा उत्प्रेक्षा अलंकार की परिभाषा लिखें।​

Answers

Answered by harsh69814633
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Answer:

जहाँ उपमेय में उपमान की संभावना हो।जहां उपमेय और उपमान में समानता के कारण रूप में उपमान की संभावना की कल्पना की जाए, वहां उत्प्रेक्षा अलंकार होता है।

उदाहरण:—

उस काल मारे क्रोध के तन कांपने उसका लगा। मानो हवा के जोर से सोता हुआ सागर जगा।

जहां उपमेय में उपमान का आरोप किया जाए वहाँ रूपक अलंकार होता है अथवा जहां गुण की अत्यंत समानता के कारण उपमेय में ही उपमान का अभेद आरोप कर दिया जाता है, वहाँ रूपक अलंकार होता है। रूपक अलंकार में गुण की अत्यंत समानता दिखाने के लिए उपमेय और उपमान को "अभिन्न" अर्थात "एक" कर दिया जाता है। अर्थात उपमान को उपमेय पर आरोपित कर दिया जाता है।

उदाहरण:—

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो।

('राम' नाम में 'रतन धन' का आरोप होने से रूपक अलंकार है।)

Answered by lakshaysoni01279473
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Answer:

जहां उपमेय और उपमान में समानता के कारण रूप में उपमान की संभावना की कल्पना की जाए, वहां उत्प्रेक्षा अलंकार होता है। ... जहां उपमेय में उपमान का आरोप किया जाए वहाँ रूपक अलंकार होता है अथवा जहां गुण की अत्यंत समानता के कारण उपमेय में ही उपमान का अभेद आरोप कर दिया जाता है, वहाँ रूपक अलंकार होता है।

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