निम्नलिखित पद्यांशों में से किसी एक की सन्दर्भ-सहित व्याख्या
कीजिए तथा उसका काव्य-सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : 1+4+1=6
(क) गुरु पद बंदि सहित अनुरागा ।
राम मुनिन्ह सन आयसु माँगा ।।
सहजहिं चले सकल जग स्वामी ।
मत्त मंजु बर कुंजर गामी ।।
चलत राम सब पुर नर नारी ।
पुलक पूरि तन भए सुखारी ।।
बंदि पितर सुर सुकृत सँभारे ।
जौं कछु पुन्य प्रभाउ हमारे ।।
तौ सिवधनु मृनाल की नाईं।
तोरर राम गनेस गोसाई ।
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Explanation:
गुरु पद बंदि सहित अनुरागा ।
राम मुनिन्ह सन आयसु माँगा ।।
सहजहिं चले सकल जग स्वामी ।
मत्त मंजु बर कुंजर गामी ।।
चलत राम सब पुर नर नारी ।
पुलक पूरि तन भए सुखारी ।।
बंदि पितर सुर सुकृत सँभारे ।
जौं कछु पुन्य प्रभाउ हमारे ।।
तौ सिवधनु मृनाल की नाईं।
तोरर राम गनेस गोसाई ।
(B) अभ्यास का महत्त्व बताने के लिए
(C) निरंतर कार्य करने की आवश्यकता बताने के लिए
(D) मूर्ख की विशेषता समझाने के लिए
(ii) 'आज़ादी' कविता में शागिर्द द्वारा पूछना कि 'सूरज में घोंसला बनाने को उड़ी जाती चिड़िया'
का आशय है
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