निम्नलिखित पद्यांश ध्यानपुर्वक पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिखिए - (5)
रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाया।
टूटे से फिर ना मिले, मिले गांठ परी जय।
रहिमन निज संपति विना, कोउ न विप्तित् सहाये।
बिनु पानी ज्यों जलज को नहि ऋषि सके बचाया ।।
1 - कवि ने प्रेम कि तुलना किससे कि है ?
2 - प्रेम कि डोर किससे बँधी होती है?
3 - दोहे के अनुसार संकटकाल में व्यक्ति का सहायक होता है?
4 - कमल कि जीवन रक्षा होती है?
5 - कवि एंव कविता का नाम लिखिए?
2.निम्नलिखित शब्दों में प्रयुक्त उपसर्ग एंव मूल शब्द अलग
करके लिखिए - ( किन्ही दो ) 2.
प्रचल =
परिभ्रमन =
अपयश =
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Explanation:
ytghfthguvhmgthvbhgfih
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