निम्नलिखित रूपरेखा के आधार पर कहानी लिखकर उचित शीर्षक दीजिए :
(35) नाले के किनारे एक पेड़- पेड़ पर एक कबूतर - चींटी का नाले में बहना - कबूतर का देखना - पेड़ से
पत्ता तोड़कर नाले में फेंकना - पत्ते के सहारे चींटी का बच जाना एक शिकारी - कबूतर को निशान
बनाना - चींटी का देखना - शिकारी को काटना - निशान चूक जाना - गोली की आवाज़ से कबूतर का
उड़ जाना-बोध।
Answers
Answer:
एक समय की बात है, गर्मियों के दिनों में एक चींटी बहुत प्यासी थी और वो अपनी प्यास बुझाने के लिए पानी की तलाश कर रही थी. कुछ देर आस –पास तलाश करने के बाद वह एक नदी के पास पहुंची.
सामने पानी था, लेकिन पानी पीने के लिए वह सीधे नदी में नहीं जा सकती थी, इसलिए वह एक छोटे से पत्थर के ऊपर चढ़ गई. लेकिन जैसे ही उसने पानी पीने की कोशिश की, वह गिर कर नदी में जा गिरी.
उसी नदी के किनारे एक पेड़ था, जिसकी टहनी पर एक कबूतर बैठा था. उसने चींटी को पानी में गिरते हुए देख लिया. कबूतर को उस पर तरस आया और उसने चींटी को बचाने की कोशिश की. कबूतर ने तेजी से पेड़ से एक पत्ता तोड़कर नदी में संघर्ष कर रही चींटी के पास फेंक दिया.
चींटी उस पत्ते के पास पहुंची और उस पत्ते में चढ़ गयी. थोड़ी देर बाद, पत्ता तैरता हुआ नदी किनारे सूखे आ गया.. चींटी ने पत्ते में से छलांग लगाई और नीचे उतर गई. चींटी ने पेड़ की तरफ देखा और कबूतर को उसकी जान बचाने के लिए धन्यवाद किया.
Explanation:
बोध- पंचतंत्र की कहानी: लालची कुत्ता
Mark me brainlist I am new here.