निम्नलिखित समस्त पदों के समास विग्रह कीजिये और उनके भेद लिखिए :-
चतुर्भुज
यथावसर
त्रिलोचन
जनहित
रातोंरात
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आवश्यक उत्तर :-
- चतुर्भुज - चार भुजाएँ हैँ जिसके - बहुव्रीहि समास
- यथावसर - अवसर के अनुसार - अवय्यीभाव समास
- त्रिलोचन - तीन लोचोनों वाला - बहुव्रीहि समास
- जनहित - जन का हित - तत्पुरुष समास
- रातोंरात - रात ही रात में - अवय्यीभाव समास
अधिक जानकारी :-
समास की परिभाषा :-
- दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए एक नवीन एवं सार्थक शब्द को समास कहते हैं।
समास के छ: भेद हैं I
- तत्पुरुष समास
- कर्मधारय समास
- अव्ययीभाव समास
- द्विगु समास
- द्वन्द्व समास
- बहुव्रीहि समास
तत्पुरुष समास :-
- जिस समास में पूर्वपद प्रधान हो वह तत्पुरुष समास कहलाता है।
- उदाहरण :- गृहागत = गृह को आगत
कर्मधारय समास :-
- जिस समास में पूर्वपद विशेषण और उत्तरपद विशेष्य हो, कर्मधारय समास कहलाता है।
- उदाहरण :- नीलकमल = नीला है जो कमल
अव्ययीभाव समास :-
- जिस सामासिक पद का पूर्वपद प्रधान हो, तथा समासिक पद अव्यय हो वह अव्ययीभाव समास कहलाता है।
- उदाहरण :- यथाक्रम = क्रम के अनुसार
द्विगु समास :-
- जिस समास में पूर्वपद संख्यावाचक हो वह द्विगु समास कहलाता है।
- उदाहरण :- तिरंगा = तीन रंगों का समूह
द्वन्द्व समास :-
- जिस पद के मध्य संयोजक शब्द का लोप हो तो द्वन्द्व समास कहलाता है वह द्वंद समास कहलाता है।
- उदाहरण :- पाप-पुण्य = पाप या पुण्य
बहुव्रीहि समास :-
- जिस पद में दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की ओर संकेत करते हैं वहा बहुव्रीहि समास कहलाता है।
- उदाहरण :- महात्मा = महान् आत्मा है जिसकी अर्थात् ऊँची आत्मा वाला।
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१. चतुर्भुज=चार भुजाओं का समूह। = दिगु समास।
२. यथासंभव= जैसा संभव हो। =अव्ययीभाव समास।
३. त्रिलोचन = तीन लोचन वाला = शिव जी = बहुव्रीहि समास।
४. जनहित=जन का हित= तत्पुरुष समास।
५. रातोंरात = रात ही रात = अव्ययीभाव समास।
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