Hindi, asked by princesscelestia, 4 months ago

निम्नलिखित श्लोकों का हिन्दी में अनुवाद करो- (5)
प्रियवाक्यप्रदानेन सर्वे तुष्यन्ति जन्तवः।
तस्मात् तदेव वक्तव्यं, वचने का दरिद्रता।।
परिश्रमेण हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः।
न हि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगाः।।
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Answers

Answered by ansarigufran226
0

Answer:

pata nahi I don't know

Explanation:

mark me brilliant

Answered by manharmajethiya287
1

Answer:

ans in hindi

Explanation:

अर्थात:-प्रिय वाक्य बोलने से सभी जीव संतुष्ट हो जाते हैं, अतः प्रिय वचन ही बोलने चाहिए। ऐसे वचन बोलने में कंजूसी कैसी |

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