निम्नलिखित शब्दों के अनेकार्थी शब्द लिखे।
☆अंबर, अंतर, कनक, कल, घन, चीर, दल, पत्र, फल, योग।
Answers
- वर्ण का अनेकार्थी शब्द क्या होगा
- अनेकार्थी का शाब्दिक अर्थ है – “एक से अधिक अर्थ वाला” या “अनेक अर्थ वाला”।
अंक – गिनती के अंक, गोद, भाग्य, चिह्न, रूपक के दस भेदों में से एक, नाटक का अध्याय
अंकोर – दोपहरी, रिश्वत, भेंट, गोद, कलेवा।
अंग – शरीर, टुकड़ा, अवयव, भेद, पक्ष, सहायक, भाग, हिस्सा।
अक्रूर – कृष्ण के चाचा, मित्र, कोमल स्वभाव वाला।
अचल: – अटल, पहाड़, निश्चल, स्थिर, वृक्ष, पार्वती।
अज – बकरा, दशरथ के पिता, अजन्मा, शिव, ब्रह्मा, मेषराशि, जीव, आत्मा, कामदेव।
अजया – बकरी, भाँग, विजया। . अच्युत स्थिर, विष्णु, कृष्ण, अपतित।
अक्षर – वर्ण, ईश्वर, आत्मा, स्थिर, शिव, विष्णु, अविनाशी।
अधर – होंठ, आकाश, अनाधार, नीच, बुरा, चंचल।
अदिति – पृथ्वी, प्रकृति, देवताओं की माता, रक्षा, देवलोक, वाणी।
अमृत – जल, दूध, अमर, अन्न, सुधा, पारा, प्रिय, सुन्दर, आत्मा, शिव, घी, धन।
अब्ज – कपूर, अरब की संख्या, कमल, चन्द्रमा, शंख।
अब्द – बादल, वर्षा, मेघ, आकाश, साल।
अपेक्षा – आशा, आवश्यकता, इच्छा, आकांक्षा, लालच, अनुरोध, भरोसा, तुलना।
अनन्त – अन्तहीन, शेषनाग, लक्ष्मण, आकाश, विष्णु।
अरस – आकाश, नीरस, आलस्य, महल, रसशून्य, अनाड़ी, सुस्ती, बेस्वाद।
अरुण – सूर्य का सारथी, लाल, सूर्य, गरुड़, तड़का, सिन्दूर, केसर।
अन्तर – फ़र्क, भीतर, अन्तरिक्ष, समय, व्यवधान।
अपवाद – किसी नियम के विपरीत, कलंक, निन्दा, विरोध, आदेश, आज्ञा।
अतिथि – मेहमान, अग्नि, अपरिचित, संन्यासी, आगन्तुक, अभ्यागत।
अर्क – सूर्य, सत्त्व, ताँबा, बिजली की चमक, स्फटिक, मदार, क्वाथ (काढ़ा) रविवार।
अर्थ – धन, प्रयोजन, तात्पर्य, कारण, लिए, अभिप्राय, निमित्त, फल, वस्तु, प्रकार।
अलि – सखी, भ्रमर, कोयल, बिच्छू, मदिरा, कौआ, कोयल, सहेली, पंक्ति, बाँध, सेतु।
अवि – सूर्य, पहाड़, पर्वत, आक, भेड़, मेष, वायु, कम्बल।
अहि – दुष्ट, सूर्य, साँप, राहु, पृथ्वी, जल, बादल।
आम – सामान्य, एक फल, मामूली, अपक्व, आँव, कच्चा, आम्र।
आत्मज – पुत्र, कामदेव, बेटा।
आन – दूसरा, क्षण, शपथ, टेक, सीमा, बनावट, लज्जा, प्रतिज्ञा, विचार।
आतुर – उत्सुक, उतावला, रोगी, कमज़ोर, दुःखी, आहत, पीड़ित, व्यग्र, व्याकुल।
आराम – विश्राम, वाटिका, एक प्रकार का दण्डक वृत्त, फुलवाड़ी।
आसुग – मन, वायु, वाण।
इतर – अन्य, नीच, चरस, अन्त्यज, अवशेष, बाकी, साधारण, दूसरा।
गणित – में एक की संख्या, चन्द्रमा, कपूर।
उरु – जाँघ, विशाल, श्रेष्ठ, विस्तीर्ण, अधिक मूल्यवान, जाँच।
उर्मी लहर, पीड़ा, तरंग, प्रकाश, वेग, भंग, भ्रान्ति, भूल।
ऐन कस्तूरी, घर, पूर्ण, आँख, उपयुक्त, ठीक।
ओस गीला, गोद, धरोहर, बहाना, जिमीकन्द।
कंज कमल, सिर के बाल, अमृत, ब्रह्म, केश।
कनक सोना, धतूरा, गेहूँ, आटा, खजूर, नागकेसर, पलास।
कर हाथ, टैक्स, लँड, किरण, ओला, विषय, छल, युक्ति, काम।
कल मशीन, चैन, आने वाला कल, बीता हुआ कल, शान्ति, सुन्दर।
कन्द जड़, मिश्री, बादल, समूह, सूरन, गाँठ, शोथ।
कटाक्ष आक्षेप, तिरछी चितवन, व्यंग्य।
कर्ण कान, कुन्ती का पुत्र, समकोण त्रिभुज के सामने की भुजा।
❖ निम्नलिखित शब्दों के अनेकार्थी शब्द लिखे।
★ अंबर ➛ आकाश, कपड़ा ।
★ अंतर ➛ हृदय, भेद, अवसर ।
★ कनक ➛ धतूरा, सोना, गेहूँ।
★ कल ➛ बीता दिन, आने वाला दिन, मशीन।
★ घन ➛ बादल, घना, भारी।
★ चीर ➛ रेखा, वस्त्र, चीरना, पट्टी।
★ दल ➛ पत्ता, समूह, सेना, पक्ष।
★ पत्र ➛ चिट्ठी, प्ष्ठ, पंख।
★ फल ➛ नतीजा, चाकु का फल ।
★ योग ➛ जोड़, व्यायाम, मेल, ध्यान ।
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✠ अधिक जानकारी :
⚘ अनेकार्थी शब्द : कुछ शब्द भिन्न - भिन्न संदर्भों में प्रयोग के अनुसार भिन्न - भिन्न अर्थ देते हैं। इस प्रकार के शब्दों को 'अनेकार्थी शब्द' कहा जाता हैं।
☯ जैसे :
- तीर शब्द के दो अर्थ हैं, जो अलग - अलग संदर्भों में प्रयोग करने पर ही स्पष्ट होते हैं -
➣ उसने धनुष से तीर चलाया। (बाण)
➣ नदी के तीर पर कुछ बगुले बैठे हैं। (किनारा)
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