निम्नलिखित शब्दों का समास विग्रह करते हुए समास का नाम लिखिए Pratiden Ganga-yamuna Maharaj
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निम्नलिखित शब्दों का समास विग्रह करते हुए समास का नाम लिखिए
Pratiden Ganga-yamuna Maharaj?
समास विग्रह = सामासिक शब्दों के बीच के संबंध को स्पष्ट करना समास-विग्रह कहलाता है। विग्रह के बाद सामासिक शब्द गायब हो जाते हैं अथार्त जब समस्त पद के सभी पद को अलग – अलग करते हैं उसे समास- विग्रह कहते हैं।
1. प्रतिदिन का समास विग्रह = प्रत्येक दिन
प्रतिदिन में अव्ययीभाव समास होता है |
अव्ययीभाव समास में पहला शब्द अव्यय होता है बाद का शब्द कोई संज्ञा शब्द होता है। अव्यय और संज्ञा के योग से बनता है और इसका क्रिया विशेष के रूप में प्रयोग किया जाता है।
2. गंगा-यमुना का समास विग्रह = गंगा और यमुना
गंगा-यमुना में द्वन्द्व समास होता है |
द्वन्द्व समास के दोनों पद प्रधान होते हैं तथा विग्रह करने पर 'और', 'अथवा', 'या', 'एवं' लगता है, वह द्वंद्व समास कहलाता है।
3. महाराज का समास विग्रह= महान है जो राजा
महाराज में कर्मधारय समास होता है |
कर्मधारय समास= कर्मधारय समास में व्यक्ति, वस्तु आदि की विशेषता का बोध होता है |
इसका उत्तरपद प्रधान होता है | विग्रह करते समय दोनों पदों के बीच में ‘के समान’ , ‘है जो’ , ‘रूपी’ में से किसी एक शब्द का प्रयोग होता है |
Answer:
Explanation:
Parajay ka linga pechayniye