Hindi, asked by rajsaurav803114, 6 months ago

निम्नलिखित दो अवतरणों की सप्रसंग व्याख्या करें :
2x
(क)
सच है, जब तक मनुष्य बोलता नहीं तब तक उसका गुण-दोष प्रकट नहीं होता ।
अथवा
और अब घर जाओ तो कह देना कि मुझे जो उसने कहा था वह मैंने कर दिया ।​

Answers

Answered by rm2757339
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(क) उत्तर:- क्योंकि मनुष्य के व्यवहार उसके आचरण एवं समाज के प्रति उसकी दृष्टिकोण एवं दायित्व ही। उस मनुष्य की पहचान एवं उसके गुण और दोष को उजागर करता है। जिससे कि व्यक्ति की पहचान होती है। व्यक्ति की पहचान उसके आचरण और लोक व्यवहार से होता है।

Answered by Rameshjangid
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प्रसंग:- प्रस्तुत पंक्तियों के माध्यम से लेखक बालकृष्ण भट्ट निबंध के बातचीत के माध्यम से लिया गया है। इसमें लेखक कहते हैं कि जब तक मनुष्य बोलता नहीं तब तक उसका गुण - दोष प्रकट नहीं होता।

व्याख्या:-कवि कृष्ण भट्ट कहते हैं कि बातचीत का एक तरीका होता है। जिसके कारण मनुष्य आपस में प्रेम से बातचीत कर उस का आनंद उठाते हैं। परंतु जब व्यक्ति बाजार हो जाता है अर्थात बातचीत के दौरान अपने आप पर काबू नहीं रख पाता है तो वह दोष है परंतु शब्द है बड़े ही सलीके से बातचीत करता है तो वह गुण है । परंतु जब मनुष्य मुक रहता है तो उसके चरित्र का कुछ पता नहीं चलता परंतु वह जैसे ही कुछ बोलता है तो उसकी वाणी के माध्यम से उस व्यक्ति के गुण और दोष का पता चल जाता है। जब दो व्यक्ति आपस में बात करते हैं तो वह एक दूसरे के सामने अपना दिल खोल देते हैं इस खुलापन में वह किसी की सच्चाई, तो किसी की बुराई और इसी से व्यक्ति का गुण और दोष प्रकट होता है।

मनुष्य के मन के अंदर बहुत सी बहुत बातें होती है। जिस में कुछ बातें अच्छी तो कुछ बुरी होती है। और यह है बातचीत करते समय हमारी जीभा से प्रकट होता है। अतः बोलने से ही मनुष्य के गुण दोषों की पहचान होती है और उसका जरिया है बातचीत।

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