१) निम्नलिखित वाक्यों में आए हुए सजा शब्दों को रेखांकित करके उनके भेद लिखिए :
१. सोनाबाई अपने चार बच्चों के साथ आई l
२. गाय बहुत दूध देती है।
३. मैं रोज ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।
४. सैनिकों की टुकड़ी आगे बढ़ी।
५. सोना-चाँदी और भी महँगे होते जा रहे हैं।
६. गोवा देख मैं तरंगायित हो उठा।
७. युवकों का दल बचाव कार्य में लगा था।
८. आपने विदेश में भ्रमण तो कर लिया है।
९. इस कहानी में भारतीय समाज का चित्रण मिलता है।
१०. सागर का जल खारा होता है।
Answers
प्रश्न में दिये गये वाक्यों में आये संज्ञा शब्दों के भेद इस प्रकार हैं.....
१. सोनाबाई अपने चार बच्चों के साथ आई l
सोनाबाई — व्यक्तिवाचक संज्ञा
बच्चों — जातिवाचक संज्ञा
२. गाय बहुत दूध देती है।
गाय — जातिवाचक संज्ञा
३. मैं रोज ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।
मैं — सर्वनाम
ईश्वर — जातिवाचक संज्ञा
४. सैनिकों की टुकड़ी आगे बढ़ी।
सैनिकों — जातिवाचक संज्ञा
सैनिकों की टुकड़ी — समूहवाचक संज्ञा
५. सोना-चाँदी और भी महँगे होते जा रहे हैं।
सोना-चाँदी — द्रव्यवाचक संज्ञा
६. गोवा देख मैं तरंगायित हो उठा।
गोवा — व्यक्तिवाचक संज्ञा
मैं — सर्वनाम
७. युवकों का दल बचाव कार्य में लगा था।
युवकों का दल — समूह वाचक संज्ञा
८. आपने विदेश में भ्रमण तो कर लिया है।
विदेश — जातिवाचक संज्ञा
९. इस कहानी में भारतीय समाज का चित्रण मिलता है।
भारतीय — जातिवाचक संज्ञा
१०. सागर का जल खारा होता है।
सागर — जातिवाचक संज्ञा
१. सोनाबाई अपने चार बच्चों के साथ आई l
सोनाबाई — व्यक्तिवाचक संज्ञा
बच्चों — जातिवाचक संज्ञा
२. गाय बहुत दूध देती है।
गाय — जातिवाचक संज्ञा
३. मैं रोज ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।
मैं — सर्वनाम
ईश्वर — जातिवाचक संज्ञा
४. सैनिकों की टुकड़ी आगे बढ़ी।
सैनिकों — जातिवाचक संज्ञा
सैनिकों की टुकड़ी — समूहवाचक संज्ञा
५. सोना-चाँदी और भी महँगे होते जा रहे हैं।
सोना-चाँदी — द्रव्यवाचक संज्ञा
६. गोवा देख मैं तरंगायित हो उठा।
गोवा — व्यक्तिवाचक संज्ञा
मैं — सर्वनाम
७. युवकों का दल बचाव कार्य में लगा था।
युवकों का दल — समूह वाचक संज्ञा
८. आपने विदेश में भ्रमण तो कर लिया है।
विदेश — जातिवाचक संज्ञा
९. इस कहानी में भारतीय समाज का चित्रण मिलता है।
भारतीय — जातिवाचक संज्ञा
१०. सागर का जल खारा होता है।
सागर — जातिवाचक संज्ञा