निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित उपवाक्य का नाम बताइए 1 . उसने कहा कि मैं शादी पर अवश्य जाऊँगा ।
( क ) संज्ञा उपवाक्य ( ख ) विशेषण उपवाक्य ( ग ) क्रियाविशेषण उपवाक्य ( घ ) प्रधान उपवाः ।
2 . मैं जब भी वहाँ जाता हूँ , वह मेरा स्वागत करता है ।
( क ) संज्ञा उपवाक्य ( ख ) विशेषण उपवाक्य ( ग ) क्रियाविशेषण उपवाक्य ( घ ) प्रधान उपवास
Answers
Answer:
(1) विशेषण उपवाक्य
(2) क्रियाविशेषण उपवाक्य
Answer:
उपवाक्य वाक्य का अंश होता है जिसमें उद्देश्य और विधेय होते हैं। अतः पदों का ऐसा समूह जिसका अपना अर्थ हो, जो सामान्यतः एक वाक्य का भाग हो तथा जिसमें उद्देश्य एवं विधेय सम्मिलित हो, उपवाक्य कहलाता है। सरल शब्दों में जिन क्रियायुक्त पदों से आंशिक भाव व्यक्त होता है, उन्हें उपवाक्य कहते है। उपवाक्य में कर्त्ता और क्रिया का होना आवश्यक है।
उपवाक्य तीन प्रकार के होते हैं-(
1) संज्ञा उपवाक्य
(2) विशेषण उपवाक्य
(3) क्रिया-विशेषण उपवाक्य
Explanation:
संज्ञा उपवाक्य वह उपवाक्य जो प्रधान या मुख्य उपवाक्य की संज्ञा या कारक के रूप में सहायता करे, उसे संज्ञा उपवाक्य कहते हैं। उदाहरण –(क) ‘राम ने कहा कि मैं पढूँगा’यहाँ ‘मैं पढूँगा’ संज्ञा-उपवाक्य है।(ख) ‘मैं नहीं जानता कि वह कहाँ है-इस वाक्य में ‘वह कहाँ है’ संज्ञा-उपवाक्य है।
विशेषण उपवाक्यजो उपवाक्य किसी दूसरे उपवाक्य में आये संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता प्रकट करता है, उसे विशेषण उपवाक्य कहते हैं। जैसे- ‘वह विद्यार्थी जो कल अनुपस्थित था, बीमार है।’(1) वह विद्यार्थी बीमार है- प्रधान उपवाक्य(2) जो कल अनुपस्थित था – विशेषण उपवाक्य ; ‘विद्यार्थी की विशेषता बतलाता है।यह जरूरी नहीं कि विशेषण उपवाक्य प्रधान उपवाक्य में आये हुए ही किसी शब्द की विशेषता प्रकट करे। यह अन्य उपवाक्य में आये हुए शब्दों की भी विशेषता प्रकट करता है। जैसे- मैंने कहा कि तुमने यह कलम खरीदी है जो बाजार में सबसे सस्ती है।(1) मैंने कहा – प्रधान उपवाक्य।(2) कि तुमने यह कलम खरीदी है- संज्ञा उपवाक्य, ‘कहा’ क्रिया का कर्म।(3) जो बाजार में सस्ती है- विशेषण उपवाक्य संज्ञा उपवाक्य में आये।
क्रिया-विशेषण उपवाक्यजो उपवाक्य किसी क्रिया की विशेषता बताते हैं, उन्हें क्रिया-विशेषण उपवाक्य कहते हैं। जैसे- जब पानी बरसता है, तब मेंढक बोलते हैं। यहाँ ‘जब पानी बरसता है‘ क्रियाविशेषण-उपवाक्य हैं।ये उपवाक्य क्रिया का समय, स्थान, कारक, प्रयोजन परिमाण आदि बताते हैं। इनकी शुरुआत जब, जहाँ, क्योंकि जिससे, अतः, अगर, यद्यपि, चाहे, जो, त्यों, ज्यों, मानों इत्यादि से होती है। जैसे –‘जब पानी बरसे खेत जोत डालना।’ – समय‘जहाँ सज्जनों का मान होता है वहाँ लक्ष्मी निवास करती है।’ – स्थान‘मैं रोटी नहीं खाऊँगा, क्योंकि पेट में अधिक दर्द है। – कारणमुझे पुस्तक दे दो, जिससे मैं पाठ याद कर लूँ। – प्रयोजनराम ने कठिन परिश्रम किया, अतः परीक्षा में उत्तीर्ण हो गया – परिणामयदि मोहन यहाँ आएगा, तो मैं अवश्य जाऊंगा। – शर्त्तराम वैसा ही चतुर है, जैसे- कि तुम हो। – तुलनाजैसे-जैसे- मैं बोलूँ वैसे-वैसे तुम लिखो। – प्रकार