निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर
लगभग 60 से 70 शब्दों में निबंध लिखिए:
1) विज्ञान के चमत्कार
Answers
Answer: मनुष्य ने अपने आवश्यकताओं के अनुरूप आदि काल से ही नए-नए आविष्कार किए हैं । आज का युग विज्ञान का युग है । विज्ञान के आविष्कार से जहां एक और मनुष्य का जीवन सुखमय हुआ है वही मनुष्य के समय की काफी बचत भी हुई है तथा यह फैला हुआ विश्व है एक परिवार की भांति सिमट गया है ।
विज्ञान ने एक महान खोज बिजली कि की है | इसके माध्यम से ट्यूबलाइट, पंखे, मिक्सर, ए.सी .(वातानुकूलित ) फ्रिज़ आदि सुख सुविधाएँ रोज़मर्रा की जरूरतों में शुमार हो गए है | मनोरंजन के क्षेत्र में विज्ञान ने रेडियो, टेप रिकॉर्डर ,दूरदर्शन , कंप्यूटर और इंटरनेट आदि के माध्यम से लोगों को अपनी ओर खींच लिया है इसके अतिरिक्त संगीत सुनने और बजाने के नए-नए उपकरण बाजार में उपलब्ध होते जा रहे हैं |
चिकित्सा जगत में भी विज्ञान ने काफी प्रगति की है | आज कई प्रकार के अंग प्रत्यारोपण विज्ञान द्वारा ही संभव हो पाए हैं जिसने मनुष्य के जीवन को स्वस्थ और दीर्घ बनाया है । जो काम पहले सर्जरी से ही संभव होते थे वे अब अत्याधुनिक तकनीक के द्वारा दर्दरहित लेज़र किरणों से सम्पन्न किए जा रहे है |
यातायात के क्षेत्र में भी विज्ञान की उपलब्धियां आश्चर्यजनक है आज हम जेट युग में जी रहे हैं | अत्यंत तीव्र गति से चलने वाले वायुयान मानव के पास उपलब्ध हैं ।
घरेलू जीवन में भी विज्ञान ने रोजमर्रा की जिन्दगी की आपाधापी में कई सुविधाएं उपलब्ध करवा के जीवन को सुखी और आरामदायक बनाया है । आज इंटरनेट और मोबाइल का चलन विज्ञान की ही देन है । इसके माध्यम से बड़े बड़े कार्यों का समापन सहजता से अल्पावधि में ही संभव हो पाया है ।
वस्तुत: मनोरंजन जगत में हुईं प्रत्येक पहल से लेकर रसोईघर के नए- नए सुस्वादु व्यंजन तक और फैशन के नए - नए परिधानों से लेकर विविध कलाओं के मार्गदर्शन तक ,विज्ञान के कारण ही जनमानस तत्काल लाभान्वित हो रहा है ।
आज सोशल मीडिया के माध्यम से लोग अद्यतन रहने लगे है । ये सब विज्ञान के चमत्कारों की ही देन हैं । संचार क्रांति से कई सुविधाएं उपलब्ध हुई है । यद्यपि इसके कुछ नकारात्मक पहलू भी है किन्तु नियंत्रण और समन्वय मनुष्य के हाथ में है | अब ये उस पर निर्भर करता है कि वह इन वैज्ञानिक प्रगतियों से स्वयं कितना लाभ उठा पाता है और मानव समाज का कितना कल्याण कर सकता है । विज्ञान तो चौबीसों घण्टे उसकी सेवा में किसी न किसी रूप में उपस्थित ही है ।
Explanation:PLS MARK ON BRAINLIST