निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर 80 से 100 शब्दों में अनुच्छेद लेखन कीजिए-
क- परिश्रम का महत्व
ख-छात्र और शिक्षक
ग- राष्ट्रीय एकता
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Answer:
परिश्रम का महत्व
श्रम का अर्थ है मेहनत श्रम ही मनुष्य जीवन की गाड़ी को खींचता है पिंकी से लेकर हाथी तक सभी जीव बिना श्रम के जीवित नहीं रह सकती फिर मनुष्य तो अन्य सभी प्राणियों से श्रेष्ठ है संसार की उन्नति प्रगति मनुष्य के श्रम पर निर्भर करती है श्रम करने की आदत बचपन में डाली जाए तो अच्छा है परिश्रम के अभाव में जीवन की गाड़ी चल ही नहीं सकती यहां तक कि स्वयं का उठना बैठना खाना पीना भी संभव नहीं हो सकता फिर उन्नति और विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती में जो राष्ट्र सर्वाधिक उन्नत है परिश्रम के बल पर ही इस उन्नत दशा को प्राप्त हुए हैं जिस देश के लोग परिश्रम ही एवं साहस ही होंगे वह प्रगति नहीं कर सकता परिश्रमी मिट्टी से सोना बना लेते हैं परिश्रम का अभिप्राय ऐसे परिश्रम से है जिससे निर्माण हो रचना हो जिस परिश्रम से निर्माण नहीं होता उसका कुछ अर्थ नहीं जो व्यक्ति आलस्य का जीवन बिताते हैं वह कभी उन्नति नहीं कर सकते आलस्य जीवन को अभिशाप मई बना देता है यदि छात्र परिश्रम ना कर सके तो परीक्षा में कैसे सफल होंगे मजदूर भी मेहनत का पसीना बहाकर सड़कों भवनों बांधून मशीनों तथा संसार के लिए उपयोगी वस्तुओं का निर्माण करते हैं मूर्तिकार चित्रकार अद्भुत के नाम का निर्माण करते हैं कवि और लेखक सब परिश्रम द्वारा ही अपनी रचनाओं से संसार को लाभ पहुंचाते हैं कुछ लोग श्रम की अपेक्षा भाग्य को महत्व देते हैं उनका कहना है कि भाग्य में जो है वह अवश्य मिलेगा अतः दौड़-धूप करना व्यर्थ है यहां तक निराधार है यह ठीक है कि भाग्य का भी हमारे जीवन में महत्व है लेकिन आंसू बनकर बैठे रहना और असफलता के लिए भाग्य को कोसने किसी प्रकार भी उचित नहीं परिश्रम के बल पर मनुष्य भाग्य की रेखाओं को भी बदल सकता है आज हमारे देश में अनेक समस्याएं हैं उन सब के समाधान का साधन परिश्रम है परिश्रम के द्वारा ही बेकारी की खाद्य की और अर्थ की समस्या का अंत किया जा सकता है परिश्रमी व्यक्ति स्वावलंबी इमानदार सत्यवादी चरित्रवान और सेवा भाव से युक्त होता है परिश्रम करने वाले व्यक्ति का स्वास्थ्य भी ठीक रहता है परिश्रम के द्वारा ही मनुष्य अपने परिवार की जाति की तथा राष्ट्र की उन्नति में सहयोग दे सकता है अतः मनुष्य को परिश्रम करने की प्रवृत्ति विद्यार्थी जीवन में ग्रहण करनी चाहिए