Hindi, asked by sapnamittal267, 2 months ago

निम्नलिखित विषयों पर अनुच्छेद लिखिए:-
(3) पहला सुख निरोगी काया
पीतं नाताशा का तान करते दाम​

Answers

Answered by kaurashpreet52
3

Answer:

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Explanation:

हमारे ऋषि-मुनि कह गए हैं, 'पहला सुख निरोगी काया, दूसरा सुख जेब में हो माया।' यदि काया अर्थात शरीर रोगी है तो आप धन कैसे कमाएंगे। यदि पहले से ही अपार धन है तो वह किसी काम का नहीं। धन से कोई रोग नहीं मिटता है। शरीर स्वस्थ और सेहतमंद है तभी तो आप जीवन का आनंद ले सकेंगे। घुमना-फिरना, हंसी-मजाक, पूजा-प्रार्थना, मनोरंजन आदि सभी कार्य अच्छी सेहत वाला व्यक्ति ही कर सकता है। अत: इसे समझना जरूरी है।

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