निम्नलिखित विषयों पर अनुच्छेद लिखिए:-
'भारतीय किसानों के कष्ट
Answers
Answer:
कृषक (किसान) को अन्नदाता कहा जाता है। हमारे जीवन की मूलभूत आवश्यकता भोजन है। हम भोजन के बिना जीवित नही रह सकते हैं। इस भोजन को देने वाला किसान ही है।आजतक किसानों के लिए हुआ क्या? एक लम्बा समय बीत जाने पर आज भी किसान की दशा सन्तोषजनक नहीं है। उसे भर-पेट अन्न और शरीर ढाँपने को पर्याप्त वस्त्र भी नहीं मिलता है। यह तो नहीं कहा जा सकता कि उसकी दशा में कुछ अन्तर नहीं हुआ किन्तु सुधार जितना होना चाहिए था, हुआ नही। सबका अन्नदाता किसान आज भी अन्न को तरसता है।पर दोष किसका है-स्वयं किसान अपनी दरशा सुधारना नहीं चाहता, यह कहा नहीं जा सकता। अपनी उन्नति भला कौन न चाहेगा |
इसके अतिरिक्त ऋण, खाद तथा बीज आदि की व्यवस्था में आवश्यक सुधार होने चाहिए। किसान का जीवन कंटकाकीर्ण होता है । अशिक्षा के कारण आज भी भारतीय किसान का शोषण जारी है। पुलिस, प्रधान, पटवारी, पतरौल आदि जौंक की भाँति इसका रक्त चूस रहे हैं। किसान के परिश्रम के फल को बिचौलिए और दलाल खा रहे हैं । उसका जीवन योगीवत् त्याग, तपस्या एवं सहिष्णुता की त्रिवेणी है।
Explanation:
Hope it's helpful