Hindi, asked by Priyanshu2005, 11 months ago

निम्नलिखित विषयों पर निबंध लिखिए -
ग्रामीण जीवन : समस्याएँ एवं समाधान​

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Answered by jagabandhusahoo
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Answer:भारतीय ग्राम : कहा जाता है कि भारत गाँवो का देश है, और सही भी यही है क्यूकी यहाँ की अधिक्तर जनसंख्या गाँवो में वास करती है। भारत वासी अपने विकास के लिए भारतीय कृषि पर ही निर्भर करते है। सादा जीवन उच्च विचार यही भारतीय ग्रामों की पहचान है। जब भी मन में भारतीय ग्राम का विचार आता है, तो खेतों में दूर-दूर तक लहलहाती हुई हरी फसले, कड़ी धूप और खुले आसमान के नीचे काम करता किसान, घरो की बागदौड़ संभालती घर की स्त्रियों की छवि आखों के सामने आ जाती है ।

पेड़ों की ताजी हवा, ताजा और शुध्द दूध, रसायनो से मुक्त ताजी-ताजी सब्जियाँ, गाँवो के चौपालों की रौनक आदि चिजें आज भी भारत वासियों को गाँव की ओर खीच ले जाती है। सभी ग्राम वासियों का एक दूसरे के लिए लगाव, उनका एक दूसरे की मदद के लिए सदैव तत्पर रहना गावों की विशेषता है।

ग्रामीण जीवन की विशेषताएँ:

कृषि पर आधारित : भारतीय ग्रामीण जीवन कृषि पर आधारित है, कृषि ही लोगों का प्रमुख व्यवसाय है। गाँव में मौजूद जो लोग कुछ अन्य व्यवसाय भी करते है, तो उनका व्यवसाय प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कृषि पर भी निर्भर करता है।

संयुक्त परिवार : जहाँ शहरों में संयुक्त परिवार विरले ही दिखाई पढ़ते है, वही गाँवो में इसका महत्व आज भी कायम है।

जाति भेद : जहाँ शहरों में जाति, समाज आदि को छोड़कर लोग आगे बड़ चुके है, वही गाँवो में आज भी इन सब चीजों को महत्व दिया जाता है। जो की बहुत गलत है।

पंचांग का उपयोग : जहाँ शहरी लोग तीज त्योहारों को भी भूल चुके है, वही ग्रामीण लोग आज भी भारतीय पंचांग को फॉलो करते है।

सादा जीवन : ब्रांड, फैशन ये सभी चिजे अब तक गाँवो की दहलीज को छू नही पाई है। गाँवो के लोग आज भी सादा जीवन उच्च विचार में विश्वास रखते है।

मंद गति से विकास : आज जहाँ शहरों में विकास की रफ्तार तेज होती जा रही है, वही गाँव के लोग मूलभूत सुविधाओ के लिये भी संघर्ष करने के लिये मजबूर है।

गरीबी : जिस किसान की बदोलत हमें भोजन मिलता है, वह खुद ही ढंग से दो वक़्त की रोटी नही जुटा पाता। दुख तो तब होता है, जब किसानों द्वारा पैदा किए गए अन्न को दुसरे लोग बेचकर ज्यादा मुनाफा कमाते है और किसान की दयनीय स्तिथि वैसी ही बनी रहती है।

अशिक्षा : गाँवो की इस स्तिथि का एक बहुत बढ़ा कारण अशिक्षा भी है. गाँव के लोग आज भी शिक्षा को जरूरी नहीं समझते। अगर लोग शिक्षा को जरूरी समझे भी तो उन्हे सुविधा उपलब्ध नहीं होती।

आजकल समय के साथ-साथ लोगों की धारणा बदल रही है। लोग गावों से शहरों की ओर पलायन कर रहे है। गाँव के लोग ग्रामीण असुविधा से तंग आकर शहरी सुविधा से आकर्षित हो रहे है, और शहरों में अपना निवास बनाकर सुविधा तलाश रहे है। ग्रामीण जीवन में कई सारी समस्याए है, जिसका सामना ग्राम वासियों को करना पढ़ता है। आइये कुछ बिन्दुओ के द्वारा हम ग्रामीण जीवन की समस्याओ को समझने का प्रयत्न करते है ।

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