निम्नलखित किनी {छ (six)} प्रशनो का उत्तर दिजिए
1)ब्रांहे ने 1577 में क्या सिद्ध किया था?
2)'महेश गीता पढ़ता है’ - इस वाक्य को भाववाच्य में परिवर्तित कीजिए।
3)‘मैने गाय को चारा खिलाया' - इस वाक्य को कर्मवाच्य में बदलिए।
4)'जब हार हो गई, तब चिन्ता करना व्यर्थ है' - इस वाक्य को सरल वाक्य में परिवर्तित कीजिए।
5)'साहसी व्यक्ति विजय प्राप्त करते हैं इस वाक्य को मिश्र वाक्य में बदलिए।
6)भंबल दा की जीवन के प्रति क्या धारणा थी ?
7)किसके बिना संशय की गाँठ नहीं छूटती?
8) कौन पवन उनचास को नीचा दिखाती है ?
9)नौरंगिया ने क्या गिरवी रखा था ?
10)'तेरी कुड़माई हो गई' यह कथन किसका है?
11) रंगय्या की सारी आशाएँ किस पर थी?
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महेश शुदध गीता पडता है।
मैं गाय को चारा खिलाता हू।
हारने के बाद चिंता करना वयरथ है।
जो वयकित साहस करता है वो ही विजय प्रापत करता है।
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