India Languages, asked by ray32, 3 months ago

निम्रलिखित गद्यांश पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य में हो।


एक बार भगवान बुद्ध का एक प्रचारक पूम रहा था। उसे एक भिखारी मिला। वह प्रचारक उसे धर्म
का उपदेश देने लगा। उस भिखारी ने उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। उसमें उसका मन ही नहीं लगता था।
प्रचारक नाराज हुआ। बुध के पास जाकर बोला, 'यहाँ एक भिखारी बैठा है। मैं उसे इतने अच्छे-अच्छे
उपदेश दे रहा था, तो भी सुनता ही नहीं। युद्ध ने कहा, 'उसे मेरे पास लाओ। यह प्रचारक उसे बुदा के
पास ले गया। भगवान बुद्ध ने उसकी दशा देखी। उन्होंने ताड़ लिया कि भिवारी तीन-चार दिनों से
है। उन्होंने उसे पेट भरकर खिलाया और कहा, 'अब जाओ।' प्रचारक ने कहा, 'आपने उसे खिला तो दिया,
कुछ भी उपदेश नहीं दिया। भगवान बुद्ध ने कहा, 'आज उसके लिए अन्न ही उपदेश था। आज
उसे अन्न की सबसे ज्यादा जरूरत थी। वह उसे पहले देना चाहिए। अगर यह जिएगा, तो कल सुनेगा।'​

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Answered by itzShivam12
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Answer:

निम्रलिखित गद्यांश पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य में हो।

निम्रलिखित गद्यांश पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य में हो।एक बार भगवान बुद्ध का एक प्रचारक पूम रहा था। उसे एक भिखारी मिला। वह प्रचारक उसे धर्म

निम्रलिखित गद्यांश पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य में हो।एक बार भगवान बुद्ध का एक प्रचारक पूम रहा था। उसे एक भिखारी मिला। वह प्रचारक उसे धर्मका उपदेश देने लगा। उस भिखारी ने उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। उसमें उसका मन ही नहीं लगता था।

निम्रलिखित गद्यांश पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य में हो।एक बार भगवान बुद्ध का एक प्रचारक पूम रहा था। उसे एक भिखारी मिला। वह प्रचारक उसे धर्मका उपदेश देने लगा। उस भिखारी ने उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। उसमें उसका मन ही नहीं लगता था।प्रचारक नाराज हुआ। बुध के पास जाकर बोला, 'यहाँ एक भिखारी बैठा है। मैं उसे इतने अच्छे-अच्छे

निम्रलिखित गद्यांश पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य में हो।एक बार भगवान बुद्ध का एक प्रचारक पूम रहा था। उसे एक भिखारी मिला। वह प्रचारक उसे धर्मका उपदेश देने लगा। उस भिखारी ने उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। उसमें उसका मन ही नहीं लगता था।प्रचारक नाराज हुआ। बुध के पास जाकर बोला, 'यहाँ एक भिखारी बैठा है। मैं उसे इतने अच्छे-अच्छेउपदेश दे रहा था, तो भी सुनता ही नहीं। युद्ध ने कहा, 'उसे मेरे पास लाओ। यह प्रचारक उसे बुदा के

निम्रलिखित गद्यांश पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य में हो।एक बार भगवान बुद्ध का एक प्रचारक पूम रहा था। उसे एक भिखारी मिला। वह प्रचारक उसे धर्मका उपदेश देने लगा। उस भिखारी ने उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। उसमें उसका मन ही नहीं लगता था।प्रचारक नाराज हुआ। बुध के पास जाकर बोला, 'यहाँ एक भिखारी बैठा है। मैं उसे इतने अच्छे-अच्छेउपदेश दे रहा था, तो भी सुनता ही नहीं। युद्ध ने कहा, 'उसे मेरे पास लाओ। यह प्रचारक उसे बुदा केपास ले गया। भगवान बुद्ध ने उसकी दशा देखी। उन्होंने ताड़ लिया कि भिवारी तीन-चार दिनों से

निम्रलिखित गद्यांश पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य में हो।एक बार भगवान बुद्ध का एक प्रचारक पूम रहा था। उसे एक भिखारी मिला। वह प्रचारक उसे धर्मका उपदेश देने लगा। उस भिखारी ने उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। उसमें उसका मन ही नहीं लगता था।प्रचारक नाराज हुआ। बुध के पास जाकर बोला, 'यहाँ एक भिखारी बैठा है। मैं उसे इतने अच्छे-अच्छेउपदेश दे रहा था, तो भी सुनता ही नहीं। युद्ध ने कहा, 'उसे मेरे पास लाओ। यह प्रचारक उसे बुदा केपास ले गया। भगवान बुद्ध ने उसकी दशा देखी। उन्होंने ताड़ लिया कि भिवारी तीन-चार दिनों सेहै। उन्होंने उसे पेट भरकर खिलाया और कहा, 'अब जाओ।' प्रचारक ने कहा, 'आपने उसे खिला तो दिया,

निम्रलिखित गद्यांश पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य में हो।एक बार भगवान बुद्ध का एक प्रचारक पूम रहा था। उसे एक भिखारी मिला। वह प्रचारक उसे धर्मका उपदेश देने लगा। उस भिखारी ने उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। उसमें उसका मन ही नहीं लगता था।प्रचारक नाराज हुआ। बुध के पास जाकर बोला, 'यहाँ एक भिखारी बैठा है। मैं उसे इतने अच्छे-अच्छेउपदेश दे रहा था, तो भी सुनता ही नहीं। युद्ध ने कहा, 'उसे मेरे पास लाओ। यह प्रचारक उसे बुदा केपास ले गया। भगवान बुद्ध ने उसकी दशा देखी। उन्होंने ताड़ लिया कि भिवारी तीन-चार दिनों सेहै। उन्होंने उसे पेट भरकर खिलाया और कहा, 'अब जाओ।' प्रचारक ने कहा, 'आपने उसे खिला तो दिया,कुछ भी उपदेश नहीं दिया। भगवान बुद्ध ने कहा, 'आज उसके लिए अन्न ही उपदेश था। आज

निम्रलिखित गद्यांश पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य में हो।एक बार भगवान बुद्ध का एक प्रचारक पूम रहा था। उसे एक भिखारी मिला। वह प्रचारक उसे धर्मका उपदेश देने लगा। उस भिखारी ने उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। उसमें उसका मन ही नहीं लगता था।प्रचारक नाराज हुआ। बुध के पास जाकर बोला, 'यहाँ एक भिखारी बैठा है। मैं उसे इतने अच्छे-अच्छेउपदेश दे रहा था, तो भी सुनता ही नहीं। युद्ध ने कहा, 'उसे मेरे पास लाओ। यह प्रचारक उसे बुदा केपास ले गया। भगवान बुद्ध ने उसकी दशा देखी। उन्होंने ताड़ लिया कि भिवारी तीन-चार दिनों सेहै। उन्होंने उसे पेट भरकर खिलाया और कहा, 'अब जाओ।' प्रचारक ने कहा, 'आपने उसे खिला तो दिया,कुछ भी उपदेश नहीं दिया। भगवान बुद्ध ने कहा, 'आज उसके लिए अन्न ही उपदेश था। आजउसे अन्न की सबसे ज्यादा जरूरत थी। वह उसे पहले देना चाहिए। अगर यह जिएगा, तो कल सुनेगा।'

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