History, asked by Shaleva7054, 5 hours ago

निमन पौधों को झाड़ी शाह का पेड़ की व्रत को कम पौधे टमाटर और नींबू से शाक झाड़ी बजे​

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Answered by mahimapatel1007
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Answer:

झकड़ा अथवा रेशेदार अपस्थानिक जड़ (fibrous root or adventitious roots) : जब मूलांकुर से विकसित जड़ की वृद्धि रुक जाती है और अन्य स्थानों से जड़ें निकलती है जो तंतुमय अथवा संग्राहक और शाखित अथवा अशाखित होती है। उदाहरण – अधिकांश एकबीजपत्री।

स्तम्भ अथवा तना (stem) :

ऊर्ध्व (erect) : ये तने पत्तियों और शाखाओं आदि का भार सहन करके सीधे खड़े रहते है। प्राय: दृढ़ (मजबूत) होते है।

आरोही (climber plants) : ये दुर्बल तने होते है जो दूसरी वस्तुओं अथवा सहारों पर रूपान्तरित संरचनाओं की सहायता से ऊपर चढ़ते है। जैसे – लौकी।

वल्लरी (twiner plants) : दुर्बल तने वाले जो तने के द्वारा ही अन्य सहारे पर लिपट कर ऊपर चढ़ते है। जैसे – रेल्वे क्रीपर।

कठलता (woody climber or liana) : बहुवर्षीय काष्ठीय आरोही पौधे , जैसे – सेरजानिया और बिग्नोनिया।

प्रोकम्बेन्ट : ये तने भूमि पर रेंगकर वृद्धि करते है और आड़े पड़े रहते है , जैसे दूब।

उधर्वशिर्षी (decumbent plants) : स्तम्भ (शाखा) के नीचे का भाग श्यान , जबकि आगे का भाग ऊपर उठा हुआ होता है जैसे – ट्राइडेक्स।

विसर्पी : ये तने भूमि पर रेंगते है और मूल स्कन्ध से शाखाएँ निकलती है , उदाहरण विष्णु कांता।

प्रवृंत स्केप : पर्णरहित पुष्पक्रम उदाहरण प्याज।

क्षुपशेष : तने का आधारीय भाग काष्ठीय और ऊपरी भाग शाकीय , उदाहरण रोटेला।

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