Sociology, asked by Anonymous, 7 months ago

नैनं छिद्रन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावक: ।
न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुत ॥

इस श्लोक का अर्थ है: आत्मा को न शस्त्र काट सकते हैं, न आग उसे जला सकती है। न पानी उसे भिगो सकता है, न हवा उसे सुखा सकती है।




इसीलिए अपना मन अपनी आत्मा को पवित्र रखे।




#सुप्रभात!!​

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Answers

Answered by niralaekawna
8

Answer:

सुप्रभात : मित्र।

Explanation:

अच्छा लगा पढ़कर अश्लोक ।।।

Answered by shauryabhati
0

Answer:

lol I also don't know the answer

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