न) निम्नलिखित विषय पर निबंध लिखिए (कोई १)
१) मेरा देश
२) स्वस्थ शरीर, स्वस्थ मन
३) साक्षरता अभियान
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Answer:
भारत मेरा देश है और मुझे अपने देश पर गर्व है। मुझे अपने देश की परंपरा, सांस्कृतिक भावनाएं, जीवन मूल्यों पर गर्व है और हमेशा रहेगा। भारत यह दुनिया का सातवां सबसे विशाल और विस्तृत देश है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे अधिक और घनी आबादी वाला देश है। भारत को इंडिया, हिंदुस्तान भी कहा जाता है। हमारे देश की राजधानी दिल्ली है। भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, जो हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मो के लोगो को सामान मान्यता प्रदान करता है। भारत में 29 राज्य है और सभी राज्यों की अपनी विशेष भाषा है, और फिर भी हम सब भारतवासी एक सूत्र में बंधे हुए है। पौराणिक कथाओ के अनुसार हमारे देश का नाम प्राचीन हिन्दू राजा भरत के नाम पर पड़ा था। भारत की हड़प्पा और मोहनजोदड़ो की सभ्यता आज भी विश्व प्रसिद्ध है। देश की मिटटी और उसकी सुगंध के एहसास को ब्यान नहीं किया जा सकता है।
3)किसी भी राष्ट्र की सामाजिक एवं सांस्कृतिक उन्नति वहां की शिक्षा व्यवस्था पर निर्भर करती हैं. लम्बे समय तक भारत पराधीन रहा, इस कारण यहाँ शिक्षा व्यवस्था का का पूरा विकास नहीं हुआ.
अब हमारी सरकार अशिक्षा एवं निरक्षरता को दूर करने का प्रयास कर रही हैं. और जगह जगह विद्यालय खोले जा रहे हैं. सभी को अक्षर ज्ञान हो, इसके लिए हमारे देश में साक्षरता अभियान चलाया जा रहा हैं।
साक्षरता अभियान का स्वरूप- स्वतंत्रता मिलने के बाद साक्षरता का प्रतिशत बढ़ाने के लिए सबसे पहले बुनियादी शिक्षा प्रारम्भ की गई. इसके बाद सारे देश में प्रौढ़ शिक्षा का कार्यक्रम राष्ट्रीय नीति के रूप में प्रारम्भ किया गया.
इसके लिए प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी नियुक्त किये गये और बेरोजगार शिक्षित युवक, सेनानिवृत कर्मचारी एवं समाज सेवक लोग इस कार्य में लगाए गये. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में जगह जगह पाठशालाएं खोली गई और जनजातियों हरिजनों तथा कृषक श्रमिकों को साक्षर बनाने का पूरा प्रयास किया गया.
इस तरह के अभियान से निरक्षरता कम होने लगी और साक्षरता का प्रतिशत बढ़ रहा हैं. अब प्रत्येक नागरिक शिक्षा का महत्व समझने लगा हैं. राजस्थान में साक्षरता अभियान के रूप में शिक्षा आपके द्वार पर कार्यक्रम चल रहा हैं.
साक्षरता अभियान से लाभ- इस अभियान से जन जागरण हुआ हैं. हमारे प्रदेश राजस्थान में निरक्षरता का प्रतिशत पहले अधिक था, परन्तु अब साक्षरता का प्रतिशत काफी बढ़ गया हैं. छोटे गाँवों और ढाणियों में हजारों विद्यालय राजीव गांधी पाठशाला के नाम से खोले गये हैं.
उनमें निम्न वर्ग व गरीब लोगों के बच्चों को दिन में भोजन दिया जाता हैं. रात्रि में प्रौढ़ शिक्षा केंद्र चलाए जा रहे हैं, जिनसे बूढ़े लोग भी साक्षर बन रहे हैं. सरकार ने माध्यमिक स्तर तक निशुल्क शिक्षा देने की व्यवस्था की हैं. इससे भी साक्षरता अभियान काफी सफल हो रहा हैं.
उपसंहार- साक्षरता अभियान में धन की कमी एक बड़ी बाधा हैं, फिर भी शिक्षित बेरोजगार युवकों के सहयोग से यह योजना चल रही हैं. जन सहयोग से प्रौढ़ शिक्षा का प्रसार हो रहा हैं. निरक्षरता हमारे समाज पर एक काला दाग हैं उसे साक्षरता अभियान से ही मिटाया जा सकता हैं.।