निर्भय स्वागत करो मृत्यु का, मृत्यु एक है विश्राम-स्थल| जीव जहाँ से फिर चलता है, धारण कर नव जीवन संबल| मृत्यु एक सरिता है, जिसमें श्रम से कातर जीव नहाकर फिर नूतन धारण करता है, काया रूपी वस्त्र बहाकर|
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विश्राम-स्थल| जीव जहाँ से फिर चलता है, धारण कर नव जीवन संबल| मृत्यु एक सरिता है, जिसमें श्रम से कातर जीव
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