निरंकुश शासन व्यवस्था क्या थी ? प्रतिमा के सामने इसके ध्वस्त अवशेष जमीन पर क्यों बिखरे हुए हैं ? यह किस बात का प्रतीक है ?
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निरंकुश शासन व्यवस्था एक ऐसी शासन व्यवस्था थी, जिसमें सरकार अथवा शासन रूपी सत्ता पर किसी का कोई अंकुश नहीं होता था। ऐसी सरकार या सत्ता एकदम निरंकुश होती थी, जो केवल अपनी ही मनमानी करती थी। ऐसी सरकारी अत्यंत केंद्रीकृत होती थी, जो सैन्य बल के सहारेदमनकारी नीतियों को अपनाकर अपने-अपने विरोधियों तथा जनता सभी पर अपना प्रभुत्व स्थापित रखती थी। ऐसी सरकारें किसी भी निर्णय लेने के संबंध में केवल अपनी मनमानी करती थीं, उनके लिए दूसरों के विचारों का कोई महत्व नहीं था।
प्रतिमा के सामने निरंकुश शासन व्यवस्था के बिखरे हुए अवशेष इस बात का प्रतीक है कि अब निरंकुश शासन-व्यवस्था का अंत हो चुका है और लोकतंत्र का उदय हो चुका है। यूरोप में राष्ट्रवाद के उदय के संबंध में इस अवधारणा ने जन्म लिया था।
चित्रकार ने अपने चित्र के माध्यम से प्रतिमा के समक्ष निरंकुश शासन व्यवस्था के अवशेष दिखाकर एक नई प्रजातांत्रिक स्वरूप के उदय का प्रतीक बताया है। यूरोप के राष्ट्रवाद के उदय दौर में सबसे पहले फ्रांस में निरंकुश शासन का अंत हुआ था। फ्रांस एक ऐसा राष्ट्र था, जिस पर एक निरंकुश राजा का शासन था। फ्रांसीसी क्रांति के साथ इस निरंकुश शासक का अंत हो गया और जनतंत्र की नियुक्ति आरंभ हो गई, जिसने यूरोप नये उदारवाद के द्वार खोल दिये।
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