निराला एक विद्रोही कवि हैं इस कथन की समीक्षा तोड़ती पत्थर के आधार पर कीजिए
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निराला एक विद्रोही कवि इस कथन की समीक्षा वह तोड़ती पत्थर कविता का आधार पर कीजिए
तोड़ती पत्थर कविता सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला द्वारा लिखी गई है।
कविता में कवि कहना चाहते है, वह तोड़ती पत्थर कविता में निराला ने प्रतिकूल परिस्थितियों में श्रम करती महिला का चित्रण किया है। सचमुच इलाहाबाद की किसी सड़क के किनारे पत्थर तोड़कर गिट्टी बनाती मज़दूर औरत मेहनत करती है। पात्र सर्व हारा वर्ग की एक महिला है जो पत्थर तोड़ने जैसा श्रम साध्य कर रही है। नायिका स्वयं एक जड़ पत्थर की भाँति है जिसे नियति लगातार तोड़ रही है । श्रमिका पत्थर तोड़ने जैसे कठोर कर्म में प्रवृत्त है । वह एक वृक्ष के नीचे बैठी है पर वह पेड़ तनिक भी छायादार नहीं है ।
Answer: सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' जी को विद्रोही कवि कहा जाता है।
Explanation:क्योंकी वे बिना डरे हुए समकालीन मुद्दों तथा समाज की कुरीतियों पर बेबाक लिखतें थे।इन मुद्दों पर इनकी पैनी दृष्टि रहती थी।