नि: (स्मत अभिव्यक्ति)
फागुन के महीने में प्रकृति रंगों से रँग जाती है। इस विषय पर अपने विचार लिखिए।
Answers
फाल्गुन के महीने में प्रकृति रंगों से रँग जाती है। इस विषय पर अपने विचार लिखिए।
फाल्गुन मास हिन्दू पंचाग का आखिरी महीना होता है । अंग्रेजी कलेंडर के अनुसार यह महीना फ़रवरी या मार्च में पड़ता है । फाल्गुन का महीना और बसंत का मौसम जब साथ होते हैं तो धरती की तुलना सजी-धजी दुल्हन से की जाती है। काफी मीलों तक फैले हुये सरसों के खेतों को देखकर ऐसा लगता है की मानो धरती ने पीली चुनरी ओढ़ रखी हो । फाल्गुन के महीने को आते ही सारा वातावरण रंगीन हो जाता है, और चारों ओर खुशहाली छा जाती है। इस समय हमे प्र्कृति की हमे विविध छटाएँ देखने को मिलती हैं । हर ओर नवजीवन का नया संचार नजर आता है । सर्दी जा रही होती है और गर्मी आने की आहट होती है यानि न सर्दी और ना गर्मी । फाल्गुन महीने में शिवरात्रि और होली के त्योहार मनाये जाते हैं । इस महीने धार्मिक और सांस्कृतिक के नजरिये से भी महत्वपूर्ण माना जाता है ।
Explanation:
फाल्गुन के महीने में प्रकृति रंगों से रँग जाती है। इस विषय पर अपने विचार लिखिए।
फाल्गुन मास हिन्दू पंचाग का आखिरी महीना होता है । अंग्रेजी कलेंडर के अनुसार यह महीना फ़रवरी या मार्च में पड़ता है । फाल्गुन का महीना और बसंत का मौसम जब साथ होते हैं तो धरती की तुलना सजी-धजी दुल्हन से की जाती है। काफी मीलों तक फैले हुये सरसों के खेतों को देखकर ऐसा लगता है की मानो धरती ने पीली चुनरी ओढ़ रखी हो । फाल्गुन के महीने को आते ही सारा वातावरण रंगीन हो जाता है, और चारों ओर खुशहाली छा जाती है। इस समय हमे प्र्कृति की हमे विविध छटाएँ देखने को मिलती हैं । हर ओर नवजीवन का नया संचार नजर आता है । सर्दी जा रही होती है और गर्मी आने की आहट होती है यानि न सर्दी और ना गर्मी । फाल्गुन महीने में शिवरात्रि और होली के त्योहार मनाये जाते हैं । इस महीने धार्मिक और सांस्कृतिक के नजरिये से भी महत्वपूर्ण माना जाता है ।