निसहाय महिला (फल बेचने वाली) पर अनुच्छेद लेखन in hindi
Answers
निस्सहाय महिला (फल बेचने वाली) पर अनुच्छेद लेखन
हमारी गली के नुक्कड़ पर एक बूढ़ी महिला फलों की टोकरी लेकर बैठती हैं। उनकी उम्र 70 वर्ष के आसपास होगी। उम्र के इस पड़ाव पर उन्हें इतनी मेहनत करते हुए देखकर दुख होता था। एक बार उनसे बात हुई तो उन्होंने बताया कि उनके दो बेटे हैं, लेकिन दोनों उनका ध्यान नहीं रखते। उनके पति की मृत्यु हो चुकी है। पति जो भी संपत्ति छोड़ गए थे, उस पर उनके बेटों ने अधिकार कर लिया और उनको असहाय अवस्था में छोड़ दिया। अब उन्हें अपने गुजर-बसर के लिए फलों को बेचना पड़ता है, जिससे उनका किसी तरह गुजारा चल जाता है।
उनकी यह कहानी सुनकर मुझे बड़ा दुख हुआ और उनके बेटों पर बड़ा क्रोध आया। जब भी मैं अपनी गली से गुजरती हूँ, तो आवश्यकता न होने पर भी उनसे कुछ ना कुछ फल अवश्य ले लेती हूँ। मैं उनसे फलों के संबंध में कोई मोलभाव करती। मुझसे जितना योगदान होता है, मैं करने का प्रयत्न करती हूं और साथ ही यह दुआ करती हूं कि भगवान उनके बेटों को सद्बुद्धि दे और वह अपनी माँ का ध्यान रखें।
Answer:
एक असहाय फल बेचने वाली एक दुखियारी और अपाहिज औरत है जो सिर्फ फल बेचकर अपना गुजारा करती है उसका आदमी शराब पीता है और वो औरत अपने बच्चो को पालने के लिए फल बेंचती है,उसकी मदद करने वाला भी कोई नही है ,इसलिए वो अपने बच्चों को पालने के लिए फल बेंचती है ,वो मेहनत करके गांव से फल लेकर किसी बाजार में बेचती है और उन्ही पैसों से खाने का समान खरीदकर अपने बच्चों के लिए खाना बनाती है