नेताजी की मूर्ति का चश्मा बार-बार कौन बदलता था?
Answers
Answered by
1
Answer:
हालदार साहब जब भी कस्बे में से गुजरते थे तो वे चौराहे पर रुक करनेता जी की मूर्ति को देखते रहते थे। उन्हें हर बार नेता जी का चश्माअलग दिखता था। पूछने पर पान वाले ने हालदार साहब को बताया कि मूर्ति का चश्मा कैप्टन बदलताहै। कैप्टन को बिना चश्मे वालीनेताजी की मूर्ति आहत करती थी इसलिए उसने उस मूर्ति पर चश्मालगा दिया।
Similar questions
English,
1 month ago
Social Sciences,
1 month ago
Hindi,
1 month ago
Social Sciences,
3 months ago
English,
3 months ago
English,
10 months ago