नोटबदी के विषय पर दो मित्रों के बीच सवांद लिखिए।
Answers
Answered by
0
पहला मित्र - यार तुमने सुना कि अब हर और पांच सौ के पुराने नोट वैद्य नहीं रहे
दूसरा मित्र हां ,सुना तो पर ऐसे कैसे हमारा पैसे अवैध जो गए वो हमारी मेहनत की कमाई है। लोकतंत्र है हमारा अधिकार है
पहला मित्र - हम अपने पुराने नोटों को 31 दिसंबर तक बैंक से बदल भी। तोसक्ते है
दूसरा मित्र -अच्छा
मतलब में तो व्यरथ ही चिंता कर रहा था
पहला मित्र तो। कब चल रहे हो बैंक।
दूसरा मित्र कल सुबह जाऊंगा
thank you
please mark it as brainliest answer if you've satisfied
दूसरा मित्र हां ,सुना तो पर ऐसे कैसे हमारा पैसे अवैध जो गए वो हमारी मेहनत की कमाई है। लोकतंत्र है हमारा अधिकार है
पहला मित्र - हम अपने पुराने नोटों को 31 दिसंबर तक बैंक से बदल भी। तोसक्ते है
दूसरा मित्र -अच्छा
मतलब में तो व्यरथ ही चिंता कर रहा था
पहला मित्र तो। कब चल रहे हो बैंक।
दूसरा मित्र कल सुबह जाऊंगा
thank you
please mark it as brainliest answer if you've satisfied
Similar questions