नाटक में पात्र सृष्टि नाटक के दृश्य के हैं?
a)समरूप
b) अनुरूप
c)विरुद्ध
d)सभी
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पात्र प्रतीक मात्र न होकर सजीव व्यक्तित्व वाले होते हैं। काव्य-नाटक में पात्रोंकी सृष्टि भावमय होती है। वह भावमय सृष्टि इस प्रकार करता है कि पात्र वास्तविक जीवन की अभिव्यक्ति में समर्थ होते हैं। 'अग्निलीक' में सीता और 'मृत्यु' हमारे सामने वास्तविक मनुष्य के ही रूप में आते हैं।
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correct answer
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option (b) is the correct option....
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