नाटक और एकांकी में अंतर
Answers
Answered by
15
Answer:
नाटक में कई किरदार होते हैं और ये अलग अलग किरदार संवाद करके, अभिनय करके किसी भाव, घटना, सामाजिक राय या कोई अन्य चीजें व्यक्त करते हैं | इसके अलग अलग भाग या अंक हो सकते हैं जो कहानी को निरंतरता देते हैं और हर अंक के साथ कहानी आगे बढती है |
एकांकी भी एक नाटक ही है | इसमें भी कई किरदार और सीन होते हैं जिसमें अलग अलग भाव , विचार या घटनाएं व्यक्त होती हैं पर इसके अलग अलग भाग नहीं होते | ये एक ही अंक में ख़त्म हो जाते हैं | कई अंकों में किरदार और उनका चरित्र एक सामान हो सकता है | ये दर्शकों को उनके पसंदीदा किरदारों से लगातार मिलने का मौका देता है पर हर अंक में कहानी अलग होती है और उसी अंक में ख़त्म हो जाती हैं |
- नाटक में आधिकारिक के साथ उसके सहायक और गौण कथाएं भी होती हैं
जबकि एकांकी में एक ही कथा का वर्णन होता है।
- नाटक में किसी भी पात्र या चरित्र का क्रमश विकास दिखाया जाता है जबकि एकांकी में चरित्र पूर्णतः विकसित रूप से दिखाया जाता है।
- नाटक की विकास प्रक्रिया धीमी होती है जबकि एकांकी की विकास प्रक्रिया बहुत तीव्र होती है।
Similar questions
India Languages,
6 months ago
English,
1 year ago
Physics,
1 year ago
English,
1 year ago
Math,
1 year ago