Hindi, asked by kishorpradhan428, 6 months ago

निंदा करने वाले व्यक्ति के द्वारा बिना साबुन और पानी के स्वभाव निर्मल करने का क्या आशय है​

Answers

Answered by chahatarora24
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Here is your answer

निंदक नियरे राखिए, आंगन कुटी छवाय, बिन पानी, साबुन बिना, निर्मल करे सुभाय। अर्थात: जो हमारी निंदा करता है, उसे अपने अधिक से अधिक पास ही रखना चाहिए क्योंकि वह बिना साबुन और पानी के हमारी कमियां बताकर हमारे स्वभाव को साफ कर देता है। यह कबीर जी का दोहा है जो उनकी साखियों से लिया गया है।

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