Hindi, asked by chetanmv375, 5 hours ago

नाद रीझि तन देत मृग, नर धन हेत समेत।
ते रहीम पशु से अधिक, रीझेहु कछु न देत

please fast ​

Answers

Answered by umachowhan12345
11

Explanation:

नाद रीझि तन देत मृग, नर धन हेत समेत। ते रहीम पशु से अधिक, रीझेहु कछू न देत।। संगीत की मधुर ध्वनि से प्रभावित होकर हिरण अपने प्राण तक न्योछावर कर देता है। ... परन्तु वे मनुष्य तो पशु से भी अधिक जड़ है जो किसी पर रीझकर भी उसे कुछ नहीं देते।

Answered by 1980seemamishra
5

Answer:

नाद रीझि तन देत मृग, नर धन हेत समेत। ते रहीम पशु से अधिक, रीझेहु कछू न देत।। संगीत की मधुर ध्वनि से प्रभावित होकर हिरण अपने प्राण तक न्योछावर कर देता है। इसी प्रकार किसी की कला पर मोहित होकर मनुष्य उस पर प्रेम-सहित धन अर्पित कर देता है।

Explanation:

hi army

myself Kartik

i am in class 8

my age is 13

i am from Lucknow

may I know that who are you?

Similar questions