नंदक नंदन कद्ंबक तरु तर, धीरे धीरे मुरली बजाव | समय संकेत निकेतन बसईल, बेरि बेरि बोली पठाव |
Answers
Isme ras shringar ras h aur alnkar anupras. but was is your question
नंदक नंदन कदंबक तरु तर, धिरे धिरे मुरली बजाव।
समय सँकेत-निकेतन बसइल, बेरि बेरि बोलि पठाव। -------महाकवि विद्यापति
महाकवि विद्यापति जी प्रेम और सौंदर्य के कवि है।
इन्हें हिन्दी में राधा-कृष्ण-विषयक श्रृंगारी काव्य के जन्म दाता के रूप में जाना जाता है।
मैथिली के महानतम कवि विद्यापति ( 1350 - 1460 ) भारतीय साहित्य के श्रेष्ठतम सर्जकों में है | वे संस्कृत, मैथिली के विद्वान् थे, और उन्होंने कई ग्रंथों की रचना की थी |
पदावली में कृष्ण-राधा विषयक श्रृंगार के पद हैं।
Know more
Q.1.- Vidyapati ke Prakar bataen
Click here- https://brainly.in/question/13781626
Q.2.- Essay on adarash vidhyarathi
Click here- https://brainly.in/question/12146627
Q.3.- In which language vidyapati composed the verses
Click here- https://brainly.in/question/13779454