निधि खोले दिखला रही प्रकृति ने जमाया मेरी कुटिया में राजभवन मन भाया उपयुक्त पंक्तियां किस पात्र द्वारा कही गई हैं
Answers
Answered by
0
Explanation:
मेरी कुटिया में राजभवन मन भाया। सीता जी वन में श्रीरामचन्द्र जी के संग रहते हुए वन को तथा कुटिया को राजभवन की तरह मानकर जीवन-यापन करती हैं। सीता जी कहती हैं- मेरा मन इस कुटिया में राजभवन की तरह लग गया है। स्वयं प्राणेश साथ में हैं और देवर लक्ष्मण सचिव बने हुए हैं।
Similar questions
CBSE BOARD X,
1 month ago
Hindi,
1 month ago
Math,
1 month ago
English,
3 months ago
Science,
11 months ago