Hindi, asked by tiwarivinod52852, 9 months ago

नीड़ों से झाँक रहे होंगे-
ध्यान परों में चिड़ियों के भरता कितनी चंचलता है!
दिन जल्दी-जल्दी ढलता है!​

Answers

Answered by varsha5644
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Answer:

दिन जल्दी-जल्दी ढलता है!

हो जाए न पथ में रात कहीं

मंजिल भी तो है दूर नहीं-

यह सोच थका दिन का पंथी भी जल्दी-जल्दी चलता है!

दिन जल्दी-जल्दी ढलता है!

बच्चे प्रत्याशा में होंगे

नीड़ों से झाँक रहे होंगे--

यह ध्यान परों में चिड़ियों के भरता कितनी चंचलता है!

दिन जल्दी-जल्दी ढलता है!

मुझसे मिलने को कौन विकल?

मैं होऊँ किसके हित चंचल?--

यह प्रश्न शिथिल करता पद को भरता उर में विह्वलता है!

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