Hindi, asked by tandekarsiya, 5 months ago

नीड़ों से झाँक रहे होंगे
यह ध्यान परों में चिड़ियों के भरता कितनी चंचलता है
दिन जल्दी-जल्दी ढलता है! bav sondry

Answers

Answered by kishorjagat6805
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Answer:

भाव सौन्दर्य :- उक्त काव्यांश में कवि कह रहे हैं कि वात्सल्य भाव की व्यग्रता सभी प्राणियों में पाई जाती है उक्त पंक्तियों में वात्सल्य रस की प्रधानता है

Explanation:

शिल्प सौन्दर्य :-

1) पक्षियों के बच्चों व्दारा घोंसलों से झाँका‍‌ जाना गति एवं दृश्य बिम्ब की उपस्थिति प्रर्दशित करता है ।

2) तत्सम शब्दावली की प्रमुखता है ।

3) जल्दी-जल्दी में पुनरूक्ति प्रकाश अलंकार है।

4) सहज सरल और भावानुकूल खड़ी बोली में सार्थक अभिव्यक्ति है

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